भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर मॉरीशस पहुंचे हैं। मॉरीशस के विदेश मंत्री मनीष गोबिन ने एयरपोर्ट पर जयशंकर का स्वागत किया।
पोर्ट लुइस: विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत और मॉरीशस के बीच विशेष संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए “सार्थक वार्ता” करने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को यहां पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तीसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री के रूप में फिर से नियुक्त होने के बाद, जयशंकर हिंद महासागर के द्वीप राष्ट्र की इस यात्रा के दौरान पहली द्विपक्षीय बैठक करेंगे। यह यात्रा भारत-मॉरीशस संबंधों के महत्व को रेखांकित करती है और भारत की ‘पड़ोसी पहले नीति’, ‘विजन सागर’ और ‘ग्लोबल साउथ’ (सबसे कम विकसित देशों) के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
मंत्री मनीष गोबिन ने किया स्वागत
मॉरीशस के विदेश मामले, क्षेत्रीय एकीकरण और अंतरराष्ट्रीय व्यापार मंत्री मनीष गोबिन ने एयरपोर्ट पर जयशंकर का स्वागत किया। तस्वीरें शेयर करते हुए जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “नमस्ते मॉरीशस। गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए विदेश मंत्री मनीष गोबिन का शुक्रिया।” उन्होंने कहा, “इस खास रिश्ते को आगे बढ़ाने के लिए सार्थक बातचीत की उम्मीद है।” वहीं, गोबिन ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि जयशंकर की यात्रा दोनों देशों के बीच “मजबूत और स्थायी” साझेदारी को दर्शाती है। उन्होंने कहा, “मुझे मॉरीशस में जयशंकर का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। उनकी यात्रा हमारे देशों के बीच मजबूत और स्थायी साझेदारी को दर्शाती है। हम साथ मिलकर अपने संबंधों को मजबूत करना जारी रखेंगे और सहयोग के नए रास्ते तलाशेंगे।” जयशंकर इस यात्रा के दौरान मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ से मुलाकात करेंगे और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।
नमस्ते मॉरिशस।
विदेश मंत्री @ManeeshGobin के स्वागत के लिए आभार।
इस विशेष रिश्ते को और आगे ले जाने हेतु उपयोगी चर्चा के लिए तत्पर हूँ।
🇮🇳 🇲🇺 https://t.co/VU36p3whNS
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 16, 2024
जयशंकर मॉरीशस के नेताओं से करेंगे बातचीत
जयशंकर की यात्रा से पहले विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली में एक बयान जारी कर कहा था, “इस यात्रा के दौरान जयशंकर मॉरीशस के अन्य प्रमुख नेताओं से भी बातचीत करेंगे। यह यात्रा दोनों पक्षों को द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं का व्यापक रूप से जायजा लेने का अवसर प्रदान करेगी।” मंत्रालय ने कहा था कि यह यात्रा बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने तथा लोगों के बीच घनिष्ठ संबंधों को गहरा करने के लिए दोनों देशों की निरंतर प्रतिबद्धता की भी पुष्टि करती है। बयान में कहा गया है कि जयशंकर की यात्रा से पहले मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली नई मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए भारत आए थे। जयशंकर ने इससे पहले फरवरी 2021 में मॉरीशस का दौरा किया था।