Friday, October 18, 2024
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पुतिन ने गले लगाया तो खूब कोसे थे जेलेंस्की, अब मोदी के आते ही खुद बढ़ाया हाथ, 2 फोटो में दिखी कूटनीति

पीएम मोदी इस समय यूक्रेन में हैं। रूस से युद्ध के बीच पीएम नरेंद्र मोदी यूक्रेन में 7 घंटे बिताएंगे। इस दौरान वह न सिर्फ युद्ध को खत्म करने की कोशिश करेंगे, बल्कि भारत के हितों को भी साधेंगे। पोलैंड की सफल यात्रा के बाद पीएम मोदी आज ट्रेन से यात्रा कर यूक्रेन पहुंचे। कीव में उनका जोरदार स्वागत किया गया। जेलेंस्की ने उन्हें गले भी लगाया। पीएम मोदी के पहुंचने पर पहले से इंतजार कर रहे जेलेंस्की ने खुद हाथ बढ़ाकर पीएम मोदी को गले लगाया। इस मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजर थी। जेलेंस्की की गले मिलकर की गई मुलाकात ने पिछले महीने पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात की यादें ताजा कर दीं।

यूक्रेन की राजधानी कीव से सामने आए वीडियो और तस्वीर में साफ दिख रहा है कि जेलेंस्की ने कितनी गर्मजोशी से पीएम मोदी का स्वागत किया। खुद जेलेंस्की ने पीएम मोदी के स्वागत के लिए हाथ बढ़ाया और उन्हें गले लगाया। जेलेंस्की पहले हाथ मिलाते हैं और फिर पीएम मोदी को गले लगाते हैं। पीएम मोदी भी पीछे नहीं हटते। इसके बाद पीएम मोदी जेलेंस्की के कंधे पर हाथ रखकर युद्ध खत्म करने का भरोसा दिलाते नजर आते हैं। जेलेंस्की और पीएम मोदी के बीच गले मिलकर हुई यह मुलाकात इसलिए भी अहम है क्योंकि जब पीएम मोदी पुतिन से गले मिलकर मिले थे तो जेलेंस्की ने उन्हें खूब कोसा था. एक तरह से उन्होंने लोकतंत्र की दुहाई देकर पीएम मोदी की आलोचना की थी.

जी हां, जब पीएम मोदी पिछले महीने रूस गए थे तो पुतिन ने उन्हें गले लगाया था. मोदी और पुतिन की गले मिलकर की गई तस्वीर देखकर जेलेंस्की भड़क गए थे. जेलेंस्की ने इस मुलाकात पर निराशा जताई और कहा कि सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता को पुतिन से गले मिलते देखना चौंकाने वाला था. मोदी-पुतिन की मुलाकात पर जेलेंस्की ने लिखा, ‘यह बहुत निराशाजनक था. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के नेता को ऐसे दिन मॉस्को में दुनिया के सबसे खूनी अपराधी से गले मिलते देखना शांति प्रयासों के लिए बड़ा झटका है.’ जेलेंस्की बहुत नाराज हुए थे. लेकिन पीएम मोदी ने यूक्रेन जाकर यह साबित कर दिया कि भारत युद्ध में न तो यूक्रेन का साथ देगा और न ही रूस का. युद्ध को लेकर भारत का रुख बहुत साफ है.

भारत शुरू से कहता रहा है कि जहां भी युद्ध की बात होगी, वह बुद्ध के रास्ते पर चलेगा और सिर्फ शांति की बात करेगा. मोदी-पुतिन की मुलाकात पर जेलेंस्की भले ही नाराज़ हो जाएं, लेकिन हकीकत यही है कि मोदी ने पुतिन के सामने ही युद्ध खत्म करने की बात कही थी। जब पीएम मोदी रूस में थे, तब उन्होंने पुतिन के सामने ही कहा था कि शांति का रास्ता अपनाएं और युद्ध खत्म करें। अब जब पीएम मोदी यूक्रेन में हैं, तो वहां भी पीएम मोदी का मुख्य एजेंडा शांति की कवायद ही है। एक महीने के अंदर रूस और यूक्रेन का दौरा करके पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि भारत कभी युद्ध का समर्थन नहीं कर सकता। वह दोनों पक्षों के बीच शांति लाने की कोशिश करता रहेगा।

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