मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक बार फिर 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का टैक्स जमा किया है। रिलायंस ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 1,86,440 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया है। यह पिछले साल के मुकाबले 9000 करोड़ रुपये ज्यादा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने एक्स अकाउंट के जरिए यह जानकारी दी है। कंपनी ने पिछले तीन वित्त वर्षों के आंकड़े जारी किए हैं। तीनों ही सालों में रिलायंस के टैक्स भुगतान का आंकड़ा 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा है। वित्त वर्ष 2021-22 में रिलायंस ने 1,88,012 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया। अगले वित्त वर्ष यानी 2022-23 में रिलायंस ने 1,77,173 करोड़ रुपये का टैक्स चुकाया। रिलायंस ने ये आंकड़े अपनी सालाना रिपोर्ट में भी जारी किए। इसके साथ ही रिलायंस परोपकार के कामों में भी अग्रणी रही है। परोपकारी कार्यों पर कितना खर्च किया गया
For the sixth consecutive year, RIL’s contribution to the national exchequer has surpassed ₹1 lakh crore! We're also proud to continue leading as India’s largest corporate philanthropy.#RelianceAR #RILAnnualReport #WeCare #RelianceForAll pic.twitter.com/SQF4KqJM8V
— Reliance Industries Limited (@RIL_Updates) August 13, 2024
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा है कि कंपनी ने वित्त वर्ष 2023-24 में परोपकारी कार्यों के लिए 1592 करोड़ रुपये दिए। रिलायंस ने पिछले वित्त वर्ष में 1271 करोड़ रुपये और उससे पिछले वित्त वर्ष में 1186 करोड़ रुपये दान किए थे। कंपनी को सुचारू रूप से चलाने के लिए रिलायंस ने पिछले वित्त वर्ष में 1,35,880 करोड़ रुपये का पुनर्निवेश किया। पिछले वित्त वर्ष में यह राशि 1,20,868 करोड़ रुपये थी। जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी ने परिचालन के लिए 1,04,802 करोड़ रुपये का पुनर्निवेश किया।
कर्मचारियों पर 25,579 करोड़ खर्च
रिलायंस ने कहा है कि कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में कर्मचारियों को दिए जाने वाले लाभों पर 25,679 करोड़ रुपये खर्च किए। वित्त वर्ष 2022-23 में यह राशि 24,872 करोड़ रुपये थी। वित्तीय वर्ष 2021-22 में रिलायंस ने कर्मचारी लाभ पर 18,758 करोड़ रुपये खर्च किए। रिलायंस ने वित्तीय वर्ष में विभिन्न कार्यों के लिए कुल 3,94,020 करोड़ रुपये खर्च किए।
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