NTA NEET UG परीक्षा को लेकर चर्चा चल रही है। इसे लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। NEET UG परीक्षा 5 मई को आयोजित की गई थी और तब से इसे लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। कई परीक्षा केंद्रों से NEET UG पेपर लीक की खबरें आईं। लेकिन NTA ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। फिर कई यूट्यूबर्स ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और NTA के खिलाफ याचिका दायर की।
NEET UG पेपर लीक मामले की सुप्रीम कोर्ट में कई बार सुनवाई हो चुकी है।
अब अगली सुनवाई 18 जुलाई को होगी। इसी बीच मद्रास की तरफ से नीट यूजी पेपर लीक पर एक रिपोर्ट जमा की गई है। इस रिपोर्ट में नीट यूजी पेपर लीक का मुकदमा सीमित होने और अधिक परीक्षाओं पर इसके इंपैक्ट के आंकड़ें दर्ज किए गए हैं। सीबीआई जांच के आदेश तो NEET-UG 2024 पेपर लीक होने की घटना एक सुनियोजित गिरोह का काम नहीं है।
NEET UG 2024: रिपोर्ट में है हर बात का जिक्र
सीबीआई ने मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में कथित अनियमितताओं की जांच करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट पेश की है। इसमें बताया गया है कि नीट यूजी पेपर लीक का चारा व्यापक नहीं था। एनबीटी में छपी रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि क्या हुआ, कब हुआ, पेपर कितने समय तक बाहर रहा और किन लोगों को फायदा हुआ। इस तरह की हर जानकारी सुप्रीम कोर्ट को सौंपी गई है। साथ ही सुनने में आया होगा कि पेपर लीक से कितना फायदा मिला।
NEET UG पेपर लीक: नीट यूजी पेपर लीक किसने किया?
सीबीआई और मद्रास की रिपोर्ट के अनुसार, नीट यूजी पेपर लीक का काम किसी संगठित गिरोह का नहीं है। NEET-UG 2024 से जुड़ी याचिकाओं पर 18 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। बता दें कि इन याचिकाओं में NEET-UG के आयोजन में कथित अनियमितताओं और धांधली की जांच करने, परीक्षा रद्द करने और नए मापदंडों से परीक्षा कराने की मांग की गई है। एनटीए ने विभिन्न अदालतों में दर्ज याचिकाओं को सुप्रीम कोर्ट में स्थानांतरित करने की मांग की है।