नई दिल्ली. देश में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का चलन बढ़ता जा रहा है. हालांकि क्रेडिट कार्ड को यूज करने वाले कई लोग उसके अलग-अलग चार्ज पर ध्यान नहीं देते हैं. क्रेडिट कार्ड कंपनियां या बैंक अलग-अलग चार्ज के नाम पर यूजर्स से काफी पैसे वसूलते हैं. अगर आपके पास भी क्रेडिट कार्ड है या कोई क्रेडिट कार्ड अप्लाई करने की सोच रहे हैं तो यह जानना जरूरी है कि उस पर आपको कौन-कौन से चार्जेज देने होंगे.
1. जॉइनिंग फीस और एनुअल चार्ज
ज्यादातर क्रेडिट कार्ड पर आपको ज्वाइनिंग फीस और एनुअल चार्ज देना होता है. बता दें कि जॉइनिंग फीस आपको सिर्फ एक बार देनी होती है तो वहीं एनुअल चार्ज आपको हर साल देना होता है.
2. फाइनेंस चार्ज
अगर आप क्रेडिट कार्ड का बिल पूरा नहीं भरते हैं तो बाकी बिल पर बैंक फाइनेंस चार्ज लगाते हैं. इस वजह से एक्सपर्ट मिनिमम अमाउंट ड्यू की जगह पूरा बिल भरने की सलाह देते हैं.
3. फाइनेंस चार्ज
अगर आप क्रेडिट कार्ड का बिल पूरा नहीं भरते हैं तो बाकी बिल पर बैंक फाइनेंस चार्ज लगाते हैं. इस वजह से एक्सपर्ट मिनिमम अमाउंट ड्यू की जगह पूरा बिल भरने की सलाह देते हैं.
4. कैश एडवांस फीस
कैश एडवांस फीस वह रकम होती है जो क्रेडिट कार्ड के जरिए एटीएम से पैसा निकालने पर क्रेडिट कार्ड कंपनी या बैंक की ओर से ली जाती है.
5. पेट्रोल पंप पर सरचार्ज
ज्यादातर लोगों को पता नहीं होता है कि क्रेडिट कार्ड के जरिए पेट्रोल-डीजल भरवाने पर कार्ड कंपनियां सरचार्ज वसूलते हैं.
6. फॉरेक्स मार्कअप फीस
विदेश में क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करने पर कार्ड कंपनियां फॉरेक्स मार्कअप फीस वसूलते हैं.
7. कार्ड रिप्लेसमेंट फीस
कार्ड के गुम या चोरी होने पर कंपनियां नए कार्ड जारी करने के लिए कार्ड रिप्लेसमेंट फीस वसूलते हैं.
8. ओवर लिमिट फीस
क्रेडिट कार्ड के पर आपको निर्धारित लिमिट से ज्यादा खर्च करने की अनुमति मिल सकती है. बैंक या कार्ड कंपनियां इसकी फ्री में अनुमति नहीं देते हैं. वे इस तरह के लेनदेन के लिए ओवर लिमिट फीस वसूलते हैं.