Maharashtra Politics: सीएम एकनाथ शिंदे ने लोकसभा चुनाव में एनडीए की हार के लिए कई वजह बताई हैं. उन्होंने कहा, “हमारे वफादार मतदान ये मानकर छुट्टियों पर चले गए कि NDA आसानी से 400 सीटें जीत लेगा.”
Maharashtra News: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को राज्य में लोकसभा चुनावों में एनडीए को मिले झटके के लिए कई वफादार मतदाताओं के मतदान के दौरान छुट्टियों पर जाने को जिम्मेदार ठहराया. सीएम शिंदे ने कहा कि वो ये मानकर छुट्टी पर चले गए कि बीजेपी गठबंधन आसानी से 400 सीटें जीत लेगा. उन्होंने स्वीकार किया कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को विपक्ष ने घेर लिया था जो मतदाताओं को एकजुट करने में सफल रहा.
‘विपक्ष द्वारा फैलाए गए झूठ पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया’
मुंबई में महायुति सहयोगियों की एक संयुक्त रैली में बोलते हुए, बीजेपी नेता व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने शिंदे के दावों का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि एनडीए नेताओं ने अभियान के दौरान विपक्ष द्वारा फैलाए गए झूठ पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया. रैली में शिवसेना, बीजेपी, डिप्टी सीएम अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी और अन्य छोटे घटक दलों के नेताओं ने भाग लिया.
लोकसभा में 48 सदस्यों को भेजने वाले महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने केवल 17 सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि एमवीए गठबंधन में कांग्रेस, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) ने मिलकर 30 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की है. वहीं सांगली निर्वाचन क्षेत्र से जीतने वाले निर्दलीय उम्मीदवार कांग्रेस नेता है.
‘मतदान ये मानकर छुट्टियों पर चले गए NDA 400 सीटें जीत लेगा’
सीएम शिंदे ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान हम विपक्ष के निशाने पर थे. हमारे कुछ मतदाता मतदान के दौरान यह मानकर छुट्टियों पर चले गए कि एनडीए आसानी से 400 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज कर लेगा. उन्होंने कहा यह हार भविष्य में अधिक रणनीतिक दृष्टिकोण की जरूरत की आवश्यकता पर जोर देता है.
सीएम शिंदे ने दावा किया कि विपक्षी मतदाताओं ने लगभग 80 प्रतिशत मतदान के साथ परिश्रमपूर्वक अपने मताधिकार का प्रयोग किया. यदि हमारे 60 प्रतिशत मतदाता भी मतदान केंद्रों पर आए होतो तो हम 40 सीटें आसानी से जीत सकते थे.
सीएम शिंदे ने कांग्रेस पर बोला हमला
मुख्यमंत्री ने कहा लोकसभा चुनाव में बुरी तरह प्रभावित होने के बाद अब हम भोले-भाले या संवेदनहीन होने का जोखिम नहीं उठा सकते. कांग्रेस के खिलाफ एक आलोचनात्मक टिप्पणी करते हुए शिंदे ने बोफोर्स, चारा और कोयला जैसे घोटालों को लेकर घेरा. इसके साथ ही सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं?
बयानबाजी करने वाले नेताओं पर फड़णवीस ने कसा तंज
वहीं डिप्टी सीएम फड़णवीस ने अभियान के दौरान विपक्ष द्वारा फैलाए गए झूठ पर तुरन्त प्रभाव से प्रतिक्रिया देने की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि एमवीए ने एनडीए उम्मीदवारों से दो लाख वोट अधिक हासिल किए. लेकिन उन्होंने लगभग 30 सीटें जीतीं. फड़णवीस ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि वे वे हर दिन मीडिया के सामने झूठ बोलते थे और हमें लगता था कि इसका हमारे मतदाताओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन वास्तव में इसका असर हमारे मतदाताओं पर पड़ा और हम इसका प्रभावी ढंग से मुकाबला नहीं कर सके.
देवेंद्र फडणवीस ने एनडीए सहयोगियों के खिलाफ बयान देने वाले कुछ पार्टी नेताओं पर भी तंज कसा. कुछ पार्टी नेता ऐसे हैं जिन्हें कुछ बयान देने की अत्यधिक इच्छा होती है. उन्हें मेरा सुझाव है कि पहले अपने नेताओं से बात करें, उनकी अनुमति लें और फिर अपना मुंह खोलें.