इस साल अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए दोनों प्रमुख पार्टियां डेमोक्रेट और रिपब्लिकन अपने-अपने उम्मीदवार तय करने में जुटी हैं. इस बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन की उम्मीदवारी और हेल्थ को लेकर हर तरफ हंगामा मचा हुआ है. ऐसी बातें सामने आई है कि जो बाइडेन राष्ट्रपति पद के लिए पूरी तरह फिट नहीं हैं. उनके विरोधियों के साथ-साथ उनकी पार्टी के नेता भी इसको मुद्दा बना रहे हैं. उधर, नाटो की बैठक चल रही है और उसमें कुछ देश बाइडेन की उम्र और उनके मेंटल हेल्थ को इश्यू बना सकते हैं. इस बीच मंगलवार को व्हाइट हाउस में भी इससे जुड़े एक सवाल पर खलबली मच गई.
मंगलवार को व्हाइट हाउस की प्रवक्ता से एक पत्रकार ने पार्किंसन विशेषज्ञ डॉक्टर के दौरे के लेकर सवाल पूछ लिया. पार्किंसन एक मानसिक बीमारी है जो उम्रदराज लोगों को होती है और इस बीमारी में इंसान अपनी ही कही बातें भूलने लगता है. इस सवाल पर व्हाइट हाउस की सेक्रेटरी और एक पत्रकार के बीच बहस हो गई. पत्रकार ने कहा कि व्हाइट हाउस के विजिटर्स रिकॉर्ड से पता चलता है कि पार्किंसन विशेषज्ञ डॉ. केविन कैनार्ड ने आठ महीनों में आठ बार राष्ट्रपति निवास का दौरा किया. पत्रकार यह जानना चाहते थे कि क्या राष्ट्रपति जो बाइडन को पार्किंसन विशेषज्ञ ने देखा था.
सवाल पर झल्लाईं प्रेस सेक्रेटरी
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने संवाददाताओं के सवालों पर कहा, ‘इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप मुझ पर कितना दबाव डालते हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप मुझ पर कितना गुस्सा करते हैं. मैं किसी नाम की पुष्टि नहीं करने जा रही हूं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता यह रिकॉर्ड में है या नहीं. मैं यहां से ऐसा नहीं करने जा रही हूं. मैं आपके साथ जो साझा कर सकती हूं वह यह है कि राष्ट्रपति ने अपनी शारीरिक जांच के लिए तीन बार ‘न्यूरोलॉजिस्ट’ से मुलाकात की है.’ उन्होंने कहा कि फरवरी में राष्ट्रपति की किसी भी रिपोर्ट में कोई भी ऐसा निष्कर्ष नहीं मिला जो किसी स्ट्रोक, मल्टीपल स्क्लेरोसिस या पार्किंसंस जैसी बीमारी का संकेत देता हो.
बाइडेन का उम्मीदवारी छोड़ने से इनकार
उधर, राष्ट्रपति जो बाइडन ने डेमोक्रेट सांसदों को लिखे एक पत्र में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ने से साफ इनकार कर दिया है. पार्टी के भीतर डेमोक्रेट नेता इस बात पर बंट गए हैं कि बाइडन को दौड़ में बने रहना चाहिए या नहीं. राष्ट्रपति ने इसको लेकर भी कहा है कि यह सब नाटक जल्द से जल्द खत्म होना चाहिए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी का एक ही काम है कि नवंबर में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को कैसे हराया जाए. बाइडन ने कहा कि इस नाटक से सिर्फ ट्रंप को मदद मिलेगी और हमें नुकसान होगा. अब समय आ गया है कि हम एक साथ आएं, एक एकीकृत पार्टी के तौर पर आगे बढ़ें और डोनाल्ड ट्रंप को हराएं.
नाटो की बैठक और बाइडन
इस बीच रूस के खिलाफ बने सैन्य संगठन नाटो की 75वीं बैठक चल रही है. इसकी मेजबारी जो बाइडन कर रहे हैं. लेकिन, कुछ सदस्य देशों ने बाइडन की उम्र को लेकर चिंता जताई है. जो बाइडन 81 साल के हो चुके हैं और उनकी उम्र खुद नाटो की उम्र से अधिक है. इस बैठक के केंद्र में रूस होगा. नाटो की बैठक में यूक्रेन को और सहायता देने पर भी चर्चा होगी.