भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita williams) स्पेस में फंस गई हैं. सुनीता विलियम्स 5 जून को ‘स्टारलाइनर’ स्पेसक्राफ्ट के जरिए स्पेस मिशन के लिए रवाना हुई थीं. उनके साथ एक और अंतरिक्ष यात्री बुश विलमोर भी थे, जो मिशन कमांडर हैं. दोनों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर करीब 8 दिन का वक्त बिताकर वापस लौटना था. पर अब तक दोनों की वापसी नहीं हो सकी है.
आखिर सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) पिछले 25 दिनों से क्यों स्पेस में फंसी हैं? उनकी वापसी बार-बार क्यों टल रही है? वापसी में क्या खतरा है? जानिये इस Explainer में…
क्या है ‘स्टारलाइनर’ स्पेसक्राफ्ट? (What is Starliner Spacecraft)
सुनीता विलियम्स जिस स्पेसक्राफ्ट के जरिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) तक पहुंचीं, उसे अमेरिकी एयरक्राफ्ट कंपनी बोइंग ने डेवलप किया है. इस स्पेसक्राफ्ट को ‘स्टारलाइनर’ नाम दिया है. कंपनी इसको ‘स्पेस कैप्सूल’ भी कहती है. बोइंग ने अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (NASA) के कॉमर्शियल स्पेस प्रोग्राम के लिए इस स्पेसक्राफ्ट को डेवलप किया. एक तरीके से ‘स्टारलाइनर’ नासा (NASA) और बोइंग (Boeing) के ज्वाइंट कोऑपरेशन में डेवलप हुआ.
आखिर स्पेसक्राफ्ट में क्या गड़बड़ी आई?
5 जून को स्टारलाइनर का पहला मानव युक्त ट्रायल किया गया. सुनीता विलियम्स और बुश विलमोर इस स्पेसक्राफ्ट से ISS के लिए रवाना हुए. हालांकि जब स्टारलाइनर को लॉन्च किया जा रहा था, तभी इसमें से हिलियम गैस लीक हो रही थी. BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक बोइंग के इंजीनियर्स को लॉन्चिंग के दौरान गैस लीक के बारे में पता था, पर तब उन्हें नहीं लगा कि यह कोई बड़ी समस्या है. पर यात्रा के दौरान स्पेसक्राफ्ट में 4 और जगह से हिलियम गैस का रिसाव होने लगा.
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station) में डॉक करते वक्त इसके थ्रस्टर भी फेल हो गए. हालांकि अब नासा और बोइंग का कहना है कि पांच में से चार थ्रस्टर ठीक कर लिए गए हैं.
सुनीत विलियम्स की वापसी क्यों टली?
नासा के मुताबिक ऐसा बिलकुल नहीं है कि ‘स्टारलाइनर’ का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. इमरजेंसी के केस में विलियम्स और उनके साथी एस्ट्रोनॉट इस स्पेसक्राफ्ट से धरती तक लौट सकते हैं. पर फिलहाल एजेंसी पूरी समस्या की तह में जाना चाहती है. वह पता लगा रही है कि आखिर इन फ्लाइट में गैस क्यों और कैसे लीक हुई और थ्रस्टर क्यों फेल हुए. इसी वजह से एस्ट्रोनॉट्स की वापसी टाल दी गई है.
क्यों सवालों के घेरे में NASA
हालांकि एक्सपर्ट्स की राय नासा के स्टेटमेंट से बिल्कुल उलट है. उनके मुताबिक स्टारलाइनर में हिलियम गैस का रिसाव गंभीर समस्या की तरफ इशारा करता है. अगर गैस रिसाव का पता नहीं लगाया गया और इसे ठीक नहीं किया गया तो रिटर्न फ्लाइट में आग लगने की संभावना है. इस केस में सुनीता विलियम्स और विल्मोर की जान भी जा सकती है. एक्सपर्ट्स नासा को भी सवालों के घेरे में खड़े कर रहे हैं. सवाल कर रहे हैं कि आखिर जब एजेंसी को लॉन्चिंग के वक्त हिलियम गैस के रिसाव (Helium Gas Leak) का पता लग गया था तो इतना बड़ा रिस्क क्यों लिया? आखिर इस फैक्ट को छिपाया क्यों गया?
कब तक लौट सकती हैं विलियम्स?
नासा का कहना है कि फिलहाल इस स्पेसक्राफ्ट की वापसी मुमकिन नहीं दिख रही है. आपको बता दें कि स्टारलाइनर 45 दिनों तक अंतरिक्ष में रह सकता है. 25 दिन पहले ही चुके हैं. ऐसे में सुनीता विलियम्स और विल्मोर की स्टारलाइनर के जरिए धरती तक वापसी मुश्किल नजर आ रही है. नासा अब तक चार बार सुनीता विलियम्स की वापसी की डेट बदल चुका है. पहले 18 जून की तारीख तय की, फिर इसे 22 जून तक के लिए बढ़ाया. उसके बाद वापसी की तारीख 26 जून कर दी. अब कह रहा है कि वापसी में 90 दिनों तक का समय भी लग सकता है.
स्टारलाइनर फेल हुआ तो क्या विकल्प?
अगर बोइंग का स्पेसक्राफ्ट स्टारलाइनर फेल हो गया तब भी सुनीता विलियम्स धरती तक लौट सकती हैं. ऐसी स्थिति में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के स्पेसक्राफ्ट ‘ड्रैगन’ या रूसी स्पेसक्राफ्ट ‘सोयूज’ सहारा बन सकता है. नासा इनके जरिए सुनीता विलियम्स को धरती तक लाने की योजना बना सकती है.
क्या ISS में अकेली हैं विलियम्स?
सुनीता विलियम्स और विल्मोर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में अकेले नहीं हैं. वहां पहले से ही अलग-अलग देशों के 5 अंतरिक्ष यात्री मौजूद हैं. नासा के मुताबिक फिलहाल उनके लिए किसी तरह का खतरा नहीं है. खाने-पीने की पर्याप्त चीजें उपलब्ध हैं. पर वापसी कब, कैसे और कितने दिनों में होगी, यह सबसे बड़ी चिंता का विषय बन चुका है.
ISRO चीफ ने क्या कहा?
इसरो के चीफ एस. सोमनाथ ने भी एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि सुनीता विलियम्स को कोई खतरा नहीं है. सोमनाथ ने कहा कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में विलियम्स अकेली नहीं हैं. वहां पहले से कई अंतरिक्ष यात्री मौजूद हैं. उन्हें भी एक न एक दिन धरती पर लौटना है. ऐसे में इस बात का सवाल ही नहीं उठता कि विलियम्स फंस गई हैं. सवाल स्टारलाइनर से सुरक्षित लौटने का है.