आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष को सोमवार को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया। इसके कुछ देर बाद ही तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। आइए जानते हैं कि इन लोगों पर क्या आरोप हैं और किन-किन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने सोमवार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष को गिरफ्तार कर लिया। संदीप घोष की गिरफ्तारी के एक घंटे के भीतर ही सीबीआई अधिकारियों ने उनके सुरक्षा गार्ड और दो वेंडरों को भी गिरफ्तार कर लिया, जो उस अस्पताल को सामग्री की आपूर्ति करते थे। आपको बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना हुई थी, जिसके एक मामले की जांच सीबीआई कर रही है। इस मामले में प्रिंसिपल संदीप घोष को गिरफ्तार किया गया है।
ये तीन लोग भी गिरफ्तार
बता दें कि सीबीआई ने जिन तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें संदीप घोष के सुरक्षा गार्ड अफसर अली खान और दो विक्रेता बिप्लव सिंघा और सुमोन हाजरा भी शामिल हैं। दरअसल, 23 अगस्त को कलकत्ता हाई कोर्ट ने अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच को एसआईटी से सीबीआई को ट्रांसफर करने का आदेश दिया था। बता दें कि 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या के मामले में संदीप घोष से सीबीआई के साल्ट लेक कार्यालय में 15 दिन तक पूछताछ की गई। बाद में उन्हें कोलकाता में सीबीआई के निज़ाम पैलेस कार्यालय ले जाया गया, जिसमें एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा है और उसे गिरफ्तार दिखाया गया था। इससे पहले इसी मामले में संजय रॉय को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
संदीप घोष पर आरोप
अख्तर अली ने आरोप लगाा कि संदीप घोष के खिलाफ राज्य सतर्कता आयोग और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के समक्ष एक साल पहले दायर की गई उनकी शिकायतों का कोई नतीजा नहीं निकला। इसके बजाय, संस्थान से उनका ट्रांसफर कर दिया गया। याचिका में अख्तर अली ने संदीप घोष पर लावारिस लाशों की अवैध बिक्री, बायोमेडिकल कचरे की तस्करी और दवा और चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्ताओं द्वारा भुगतान किए गए कमीशन के बदले निविदाएं पारित करने का आरोप लगाया। अली ने यह भी आरोप लगाया कि छात्रों पर परीक्षा पास करने के लिए 5 से 8 लाख रुपये के बीच राशि का भुगतान करने का दबाव डाला गया।