क्रिकेट टेस्ट मैच की एक पारी में कुछ बल्लेबाजों का बिना खाता खोले आउट होना आम बात है, लेकिन 6 बल्लेबाजों का 0 पर आउट होना अनोखा है। टेस्ट क्रिकेट के 147 साल के इतिहास में अब तक 8 ऐसे मौके आए हैं, जब एक पारी में एक टीम के 6 बल्लेबाजों को बिना खाता खोले पवेलियन लौटना पड़ा। टेस्ट क्रिकेट की आधिकारिक शुरुआत 15 मार्च 1877 को हुई थी, लेकिन 103 साल बाद 1980 में पहली बार ऐसा मौका आया, जब वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच की एक पारी में पाकिस्तान टीम के 6 बल्लेबाज 0 पर आउट हुए। 21वीं सदी यानी 2000 से अब तक एक टीम के 6 बल्लेबाज एक टेस्ट पारी में छह बार 0 पर आउट हुए हैं। बांग्लादेश की टीम ने यह अनचाहा रिकॉर्ड सबसे ज्यादा 3 बार बनाया है। हालांकि, बांग्लादेशी टीम ने एक मौके पर जुझारूपन दिखाया और पारी में 6 बल्लेबाजों के डक पर आउट होने के बावजूद 365 रन बनाए, जो ऐसी स्थिति में किसी भी टीम का सर्वोच्च स्कोर है। भारतीय टीम को इन शर्मनाक पलों का सामना दो बार करना पड़ा।
पाकिस्तान की टीम घरेलू मैदान पर 128 रन पर ऑल आउट हो गई
टेस्ट क्रिकेट में पहली बार ऐसा हुआ कि पाकिस्तानी टीम के 6 बल्लेबाज पारी में 0 पर आउट हो गए। दिसंबर 1980 में कराची में वेस्टइंडीज (Pakistan Vs West Indies) के खिलाफ पाकिस्तान की टीम टेस्ट की पहली पारी में 128 रन के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी। दिलचस्प बात यह है कि इस स्कोर में कप्तान जावेद मियांदाद ने सबसे ज्यादा 60 रन बनाए और वसीम बारी ने 23 और इमरान खान ने 21 रन बनाए। जहीर अब्बास 13 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि 9 रन अतिरिक्त के तौर पर शामिल थे। छह बल्लेबाज- शफीक अहमद, सादिक मोहम्मद, माजिद खान, एजाज फकीह, इकबाल कासिम और मोहम्मद नजीर बिना खाता खोले आउट हो गए। हालांकि, पाकिस्तान के लिए संतोष की बात यह रही कि वे इस टेस्ट को ड्रॉ कराने में सफल रहे।
श्रीनाथ का कहर, साउथ अफ्रीका 105 पर सिमटा
नवंबर 1996 में अहमदाबाद में भारत के खिलाफ (भारत बनाम साउथ अफ्रीका) टेस्ट की आखिरी पारी में साउथ अफ्रीका के 6 बल्लेबाज 0 पर आउट हो गए थे। जवागल श्रीनाथ ने इस पारी में सिर्फ 21 रन देकर 6 विकेट चटकाए और 170 रन के लक्ष्य के जवाब में साउथ अफ्रीका को 105 रन पर समेटकर टीम इंडिया को जीत दिलाई। इस पारी के दौरान साउथ अफ्रीका के एंड्रयू हडसन, डेरिल कलिनन, जोंटी रोड्स, पैट सिमकोक्स, फैनी डिविलियर्स और पॉल एडम्स अपना खाता भी नहीं खोल पाए। साउथ अफ्रीका के लिए कप्तान हैंसी क्रोनिए (48) टॉप स्कोरर रहे।
6 बल्लेबाज 0 पर आउट, फिर भी बांग्लादेश ने बनाए 365 रन
बांग्लादेश की टीम ने सबसे पहले यह अनचाहा रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के खिलाफ ढाका टेस्ट (दिसंबर 2002) में बनाया था। बांग्लादेश पहली पारी के दौरान सिर्फ 87 रन बनाकर आउट हो गई थी। मोहम्मद अशरफुल, आलोक कपाली, कप्तान खालिद मसूद, इनामुल हक, तपस बैस्या और तल्हा जुबेर बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। वेस्टइंडीज की टीम ने यह टेस्ट तीसरे दिन ही एक पारी और 310 रनों के बड़े अंतर से जीत लिया। मई 2022 में श्रीलंका के खिलाफ मीरपुर टेस्ट की पहली पारी में एक बार फिर बांग्लादेश टीम के छह बल्लेबाज- महमूदुल हसन जॉय, तमीम इकबाल, शाकिब अल हसन, मोसादिक हुसैन, खालिद अहमद और इबादत हुसैन खाता नहीं खोल सके। हालांकि, मुशफिकुर रहीम ने नाबाद 175 और लिटन दास ने 141 रन बनाकर टीम को 365 के शानदार स्कोर तक पहुंचाया। बांग्लादेश की दूसरी पारी के दौरान तीन बल्लेबाज- तमीम इकबाल, कप्तान मोमिनुल हक और खालिद अहमद 0 पर आउट हो गए। श्रीलंका ने यह टेस्ट 10 विकेट से जीत लिया।
श्रीलंका के खिलाफ इस शर्मनाक हार के एक महीने बाद जून 2022 में वेस्टइंडीज के खिलाफ नॉर्थ साउंड टेस्ट में फिर से बांग्लादेश के 6 बल्लेबाज पहली पारी में बिना खाता खोले आउट हो गए. महमूदुल हसन जॉय, नजमुल हुसैन शंटो, मोमिनुल हक, नरुल हसन, मुस्तफिजुर रहमान और खालिद अहमद 0 पर आउट हो गए और टीम 103 रन पर ऑल आउट हो गई. पहली पारी में इतने कम स्कोर पर आउट होने की वजह से शाकिब अल हसन की टीम को टेस्ट में 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा.
अब तक दो मौकों पर एक टेस्ट पारी में भारतीय टीम (Team India) के छह बल्लेबाज 0 पर आउट हुए हैं. अगस्त 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट (India Vs England) की पहली पारी में भारतीय टीम 152 रन पर ऑल आउट हो गई थी, इस दौरान मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार और पंकज सिंह अपना खाता भी नहीं खोल पाए थे. कप्तान एमएस धोनी ने 71 और आर अश्विन ने 40 रन बनाए। इंग्लैंड की ओर से स्टुअर्ट ब्रॉड ने 25 रन देकर 6 विकेट लिए और टेस्ट के पहले ही दिन भारतीय पारी को कम स्कोर पर आउट कर मेजबान टीम की जीत का रास्ता साफ कर दिया। दूसरी पारी में भारतीय टीम 161 रन पर आउट हो गई और मैच पारी के अंतर से हार गई।
जनवरी 2024 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट में एक बार फिर भारतीय टीम के 6 बल्लेबाज 0 पर आउट हुए। बल्लेबाजी के लिहाज से मुश्किल विकेट पर खेले गए इस टेस्ट में भारतीय टीम ने दो दिन में 7 विकेट से जीत दर्ज की। पहली पारी में मोहम्मद सिराज (6/15) की जबरदस्त गेंदबाजी के सामने दक्षिण अफ्रीकी टीम 55 रन पर आउट हो गई थी। जवाब में टीम इंडिया का स्कोर एक समय दो विकेट पर 105 रन था।
कीवी टीम 90 रन पर ढेर, तीन बैटरों ने जोड़े थे इसमें से 81 रन
टेस्ट क्रिकेट में न्यूजीलैंड टीम (New Zealand Team) के 6 बैटर भी एक बार पारी में 0 पर आउट हो चुके हैं. नवंबर 2018 के दुबई टेस्ट में पाकिस्तान के 5 विकेट पर 418 रन (पारी घोषित) के जवाब में न्यूजीलैंड की पहली पारी 90 रन पर सिमट गई थी. रिस्ट स्पिनर यासिर शाह ने 12.3 ओवर्स में 41 रन देकर 8 विकेट लिए थे. पारी के दौरान न्यूजीलैंड के जीत रावल और टॉम लैथम ने पहले विकेट के लिए 50 रन जोड़े थे लेकिन नाटकीय अंदाज में पूरी टीम 90 रन ही बना सकी थी. इन 90 रनों में तीन बैटर-रावल (31), लैथम (22) और कप्तान केन विलियमसन (22*) ने ही 81 रनों का योगदान दिया था. छह कीवी बैटर- रॉस टेलर, हेनरी निकोलस, कॉलिन डि ग्रैंडहोम, ईश सोढ़ी, नील वेगनर और ट्रेंट बोल्ट 0 पर आउट हुए थे. कीवी टीम दूसरी पारी में 312 रन बनाकर आउट हुई थी और पारी के अंतर से मैच हारी थी. यासिर शाह ने दूसरी पारी में भी 6 विकेट लिए और कुल 14 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे.