मॉडर्न पेरेंटिंग से जुड़े कुछ तरीके आपके बच्चों की परवरिश में काफी मददगार साबित हो सकते हैं। इन तरीकों को अपनाकर आप अपने बच्चे की पर्सनालिटी को मजबूत बना सकते हैं।
बदलते समय के साथ पेरेंटिंग के तरीके में बदलाव करना ज़रूरी है। इस दौर में पुराने तरीके से बच्चे की परवरिश करने से आपके बच्चे की ग्रोथ पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए आपको भी अपने बच्चे की परवरिश करते समय मॉडर्न पेरेंटिंग के कुछ तरीके अपनाने चाहिए। मॉडर्न पेरेंटिंग की मदद से आप अपने बच्चे की पर्सनालिटी को भी काफी हद तक मजबूत बना सकते हैं।
प्यार और डांट
आधुनिक पेरेंटिंग के अनुसार, आपको अपने बच्चे की परवरिश करते समय प्यार और डांट के बीच संतुलन बनाए रखना चाहिए। दरअसल, जहाँ ज़रूरत से ज़्यादा प्यार बच्चे को बिगाड़ सकता है, वहीं ज़रूरत से ज़्यादा सख़्ती बच्चे के आत्मविश्वास को खत्म कर सकती है।
बच्चों को समय देना ज़रूरी है
आधुनिक पेरेंटिंग के अनुसार, इस दौर के बच्चों को समय देना बहुत ज़रूरी है। अगर माता-पिता अपने बच्चे के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं, तो इसका बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। बच्चों को समय दें ताकि बच्चा अपने विचार व्यक्त करके हल्का महसूस कर सके।
गलत बातों पर माता-पिता दोनों को नाराज़गी ज़ाहिर करनी चाहिए
अगर आपका बच्चा कोई गलती करता है, तो आप दोनों को उसे डांटना चाहिए। अगर एक माता-पिता बच्चे को डांटता है और दूसरा माता-पिता बच्चे का पक्ष लेता है, तो बच्चे के मन में डांटने वाले माता-पिता के प्रति द्वेष पैदा हो सकता है। आप दोनों को बच्चे की गलत बातों पर उसका साथ देने से बचना चाहिए।
माता-पिता को अपने बच्चों के लिए रोल मॉडल बनना होगा
अगर आप अपने बच्चे के व्यक्तित्व को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको खुद के व्यक्तित्व को मजबूत बनाना होगा। अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा झूठ न बोले, दूसरों की मदद करे और अपनी गलतियों को न दोहराए, तो आपको भी खुद में ये सारी आदतें विकसित करनी होंगी और अपने बच्चे के लिए रोल मॉडल बनना होगा।
अपने बच्चे की परवरिश करते समय मॉडर्न पेरेंटिंग के इन चार तरीकों को अपनाएँ और कुछ ही महीनों में आपको अपने बच्चे के व्यक्तित्व पर सकारात्मक प्रभाव दिखने लगेगा।