राष्ट्रपति भवन हो या कार्यालय, सुरक्षा बहुत कड़ी होती है। उस इलाके में तो कोई परिंदा भी नहीं उड़ सकता। लेकिन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के कार्यालय के पीछे आसमान से कोई चीज उड़ती हुई आई और अचानक धड़ाम से गिरी। इसके बाद सनसनी फैल गई। तुरंत सेना को बुलाया गया। निगरानी शुरू हुई। लेकिन डर इतना था कि सेना के जवान भी उसे छूने से डर रहे थे। आखिरकार काफी जांच के बाद उसे वहां से हटाया जा सका।
हुआ ये कि आसमान से उड़ता हुआ एक गुब्बारा दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय के पास गिरा। यह बहुत बड़ा था, जिसके बारे में कोई इनपुट नहीं था। इसे देखकर एजेंसियां सतर्क हो गईं। क्योंकि भारी सुरक्षा के बावजूद ऐसा हुआ। हालांकि दक्षिण कोरिया में इस तरह के गुब्बारे गिरना कोई नई बात नहीं है। लेकिन यह पहली बार था जब राष्ट्रपति कार्यालय के पास ऐसी कोई चीज गिरी। जांच में पता चला कि ये गुब्बारे पड़ोसी और दुश्मन देश उत्तर कोरिया से भेजे गए थे।
क्या इसमें कोई रासायनिक हथियार है?
राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगी सीक्रेट सर्विस ने विशेषज्ञों की एक टीम को बुलाया। क्या इस गुब्बारे में कोई रासायनिक हथियार है? क्या कोई जैविक या रेडियोलॉजिकल सामग्री है? इसकी तुरंत जांच की गई। क्योंकि अगर ऐसी चीजें होतीं तो नुकसान बहुत ज्यादा हो सकता था। सभी जानते हैं कि उत्तर कोरिया ऐसा कर सकता है, इसलिए डर और भी ज्यादा था। करीब तीन घंटे की जांच के बाद पता चला कि इसमें सिर्फ कचरा था और ऐसा कोई रसायन नहीं था जिससे किसी तरह का खतरा हो। स्थानीय न्यूज पोर्टल योनहाप की रिपोर्ट के मुताबिक सेना ने गुब्बारों को इसलिए नहीं मार गिराया क्योंकि उन्हें डर था कि गुब्बारे में मौजूद सामग्री चारों तरफ फैल सकती है और खतरा पैदा कर सकती है। राजधानी सियोल के दूसरे इलाकों में भी ऐसे गुब्बारे गिरे, जिसके बाद अधिकारियों ने अलर्ट जारी कर दिया। लोगों से कहा गया कि इसे बिल्कुल न छुएं और तुरंत पुलिस स्टेशन में इसकी सूचना दें।
मई से हजारों गुब्बारे आए
दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने बताया कि पश्चिम से हवा चलने के कारण दक्षिण की ओर गुब्बारे आ रहे हैं. ये सभी उत्तरी ग्योंगगी प्रांत में उतर रहे हैं, जो दक्षिण कोरिया का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है. इसलिए लाउडस्पीकर से लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. बता दें कि 1950 के दशक में कोरियाई युद्ध के बाद से उत्तर और दक्षिण कोरिया दोनों ही ऐसे गुब्बारे भेजते रहे हैं. मई से अब तक उत्तर कोरिया द्वारा सीमा पार हजारों गुब्बारे भेजे जा चुके हैं.