Saturday, May 10, 2025
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वायनाड में तबाही: सेना, रडार और अब डॉग स्क्वॉड… मलबे से जान बचाने का काम युद्धस्तर पर

वायनाड के विभिन्न इलाकों में भूस्खलन से मकान और इमारतें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं। राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है। प्राकृतिक आपदा के बाद कई गांव भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं।

केरल के पहाड़ी जिले वायनाड में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। वायनाड में भूस्खलन की कई घटनाएं सामने आई हैं। इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। सैकड़ों लोग अभी भी लापता हैं। भूस्खलन के मलबे में दबे शवों या संभावित बचे लोगों को निकालने का काम अभी भी जारी है। बचाव दल उन्नत तकनीकी उपकरणों रडार और डॉग स्क्वायड टीम का उपयोग कर रहे हैं। शनिवार को लेफ्टिनेंट कर्नल मोहनलाल ने अपनी 122 इन्फैंट्री बटालियन और टीए मद्रास के साथ वायनाड भूस्खलन क्षेत्र का दौरा किया और बचाव अभियान में शामिल सभी कर्मियों का मनोबल बढ़ाया।

बुजुर्ग महिला ने सीएम राहत कोष में 10 हजार रुपये दान किए

वायनाड भूस्खलन हादसे के बाद व्यवसायी, मशहूर हस्तियां और संस्थाएं मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में लाखों-करोड़ों रुपये दान करने में जुटी हैं। इस बीच, चाय की दुकान चलाने वाली एक बुजुर्ग महिला भी पीड़ितों की मदद के लिए आगे आई है। कोल्लम जिले के पल्लीथोट्टम की रहने वाली सुबैदा एक छोटी सी चाय की दुकान चलाकर अपना और अपने पति का पेट पालती हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (सीएमडीआरएफ) में 10,000 रुपये दान किए हैं।

ड्रोन इमेज से मलबे में फंसे लोगों की तलाश

सेना द्वारा 190 फुट लंबे ‘बेली ब्रिज’ का निर्माण पूरा होने के बाद सर्च ऑपरेशन में तेजी आने के साथ ही बचाव दलों ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के मोबाइल फोन से प्राप्त अंतिम लोकेशन सहित जीपीएस निर्देशांक और ड्रोन इमेज का उपयोग करके मलबे में फंसे लोगों की तलाश की।

राडार को मिला नीला सिग्नल

वायनाड के भूस्खलन प्रभावित गांव में रडार सिस्टम से सर्च ऑपरेशन चला रहे बचावकर्मियों को किसी व्यक्ति या जानवर के सांस लेने का सिग्नल मिला है। ऑपरेशन में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि बुरी तरह प्रभावित मुंडक्कई गांव में एक घर की तलाशी के दौरान रडार पर नीला सिग्नल मिला। इसके बाद उस स्थान पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। हालांकि, बचाव दल को वहां कुछ नहीं मिला।

हादसे में 272 लोग घायल

इस बीच, वायनाड जिले के मुंडक्कई इलाके में भूस्खलन के तीन दिन बाद बचावकर्मियों ने शुक्रवार को पदावेट्टी कुन्नू के पास एक इलाके में एक ही परिवार के चार लोगों को सुरक्षित पाया। भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इस प्राकृतिक आपदा में 273 लोग घायल हुए हैं।

218 लोग अभी भी लापता

अधिकारियों ने बताया कि वायनाड में जान-माल के नुकसान का अंदाजा तब लगाया जा सकेगा जब बचावकर्मी भारी मशीनरी का इस्तेमाल कर मलबे और लकड़ी के लट्ठों से ढके घरों को साफ करेंगे। केरल के लोक निर्माण मंत्री पी ए मोहम्मद रियास ने बताया कि आधार दस्तावेजों, पर्यटकों के विवरण, आशा कार्यकर्ताओं से पूछताछ और राहत शिविरों और अस्पतालों में लोगों से बात करने के बाद जिला प्रशासन के रिकॉर्ड के अनुसार 218 लोग अभी भी लापता हैं।

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