Friday, November 22, 2024
Homeभारतसीएम योगी की दोनों डिप्टी सीएम और RSS नेताओं से मीटिंग, फिर...

सीएम योगी की दोनों डिप्टी सीएम और RSS नेताओं से मीटिंग, फिर दिल्ली में बीजेपी आलाकमान से चर्चा…यूपी में क्या चल रहा है?

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक आज शाम लखनऊ में आरएसएस की बैठक में शामिल होंगे। इसके बाद वे दो दिवसीय दौरे पर दिल्ली रवाना होंगे। यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह भी दिल्ली पहुंच रहे हैं। बीजेपी नेता राष्ट्रीय राजधानी में शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर आगे की रणनीति पर चर्चा कर सकते हैं।

यूपी की राजनीति में क्या चल रहा है? पूरे हफ्ते से यही सवाल सियासी गलियारों में तैर रहा है। बयानों, बैठकों और पर्दे के पीछे बैठकों की खबरों ने यूपी का माहौल गरमा दिया है। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक आज शाम दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं। सरकार के साथ ही यूपी बीजेपी संगठन भी दिल्ली में मौजूद रहेगा। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह भी राष्ट्रीय राजधानी पहुंचेंगे। सीएम दिल्ली में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में हिस्सा लेंगे। बजट और उत्तर प्रदेश के विकास पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा यूपी बीजेपी के नेता केंद्रीय नेतृत्व से भी मुलाकात कर सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक दिल्ली से रवाना होने से पहले सीएम योगी, मौर्य, पाठक, भूपेंद्र चौधरी और धर्मपाल सिंह आज शाम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक में हिस्सा लेंगे। यह बौद्धिक बैठक आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक शंकर लाल ने बुलाई है। इस बैठक में सरकार और संगठन से जुड़े लोग मंथन करेंगे। एक सप्ताह पहले उपमुख्यमंत्री मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी दिल्ली पहुंचे थे। मौर्य ने भाजपा नेताओं के साथ बैठक की थी। वहीं चौधरी ने यूपी में भाजपा की हार के कारणों को गिनाया था और अपनी रिपोर्ट सौंपी थी।

यूपी भाजपा के नेता दो दिन दिल्ली में रहेंगे

अब एक बार फिर भाजपा नेताओं का दिल्ली कार्यक्रम तय हो गया है। सीएम और दोनों डिप्टी सीएम 27 और 28 को दिल्ली में रहेंगे। वे वहां नीति आयोग की बैठक के साथ ही भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर सकते हैं। जानकारों का कहना है कि चूंकि उत्तर प्रदेश का पूरा शीर्ष नेतृत्व दिल्ली में रहेगा, इसलिए संभव है कि संगठन को लेकर भी चर्चा हो सकती है। दिल्ली आने से पहले सीएम योगी ने यूपी में कई बैठकें की हैं।

उन्होंने काफी होमवर्क किया है। अब तक वे 100 से ज्यादा विधायकों से मिल चुके हैं। उन्होंने सहयोगी दलों के मंत्रियों से भी बात की है। माना जा रहा है कि जब वे पीएम मोदी से मिलेंगे तो यूपी के राजनीतिक हालात पर चर्चा होगी। हालांकि योगी के लिए चिंता की बात यह है कि कई विधायकों ने सरकार और अफसरों की शिकायत की है। सूत्रों का कहना है कि सीएम योगी का कहना है कि अफसरों के खिलाफ शिकायत है तो सबूत लेकर आएं, लेकिन विधायक इस राय से सहमत नहीं हैं।

विरोध के स्वर के बीच डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सबसे मुखर नजर आ रहे हैं। सीएम योगी के साथ मौर्य विधायक और सहयोगी दलों के नेताओं से भी मिल रहे हैं। इन सबके बीच सीएम योगी ने सरथू सीट से केशव मौर्य को हराने वाली विधायक पल्लवी पटेल से मुलाकात की है। समीक्षा बैठकों से दूर रहे दोनों डिप्टी सीएम लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद सीएम लगातार समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। मंडल के सभी विधायकों, सांसदों और मंत्रियों को बुलाया जा रहा है। वाराणसी को छोड़कर सभी मंडलों की बैठकें हो चुकी हैं।

आज सुबह 11:30 बजे लखनऊ मंडल की बैठक रखी गई है।

हर बैठक के बाद लंच या डिनर होता है। प्रयागराज की समीक्षा बैठक में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शामिल नहीं हुए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी मुरादाबाद मंडल की बैठक से दूर रहे। अब डिप्टी सीएम बृजेश पाठक भी लखनऊ मंडल की समीक्षा बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। दोनों डिप्टी सीएम अभी तक किसी समीक्षा बैठक में शामिल नहीं हुए हैं। इन समीक्षा बैठकों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विधायकों, मंत्रियों, एमएलसी और अन्य जनप्रतिनिधियों का मन टटोला। कुछ ने साधी चुप्पी, कुछ ने अफसरों पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री के साथ समीक्षा बैठक में शामिल न हो पाने वाले जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से अलग से मुलाकात की। समीक्षा बैठकों में कुछ विधायकों ने अफसरों और अफसरों की कार्यप्रणाली की शिकायत की, लेकिन अधिकांश ने चुप्पी साधे रखी। अधिकांश विधायकों ने मुख्यमंत्री से वन टू वन मीटिंग में अफसरों की शिकायत की है।

माना जा रहा है कि 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने वाले हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद कमान संभाल ली है। वह न सिर्फ तैयारियों की जानकारी ले रहे हैं, बल्कि समीक्षा बैठक में विधायकों की भावनाओं और प्रस्तावों पर शीर्ष नेतृत्व से चर्चा भी कर सकते हैं।

यूपी में अफसरशाही हावी होने का आरोप

दरअसल, यूपी में आम चुनाव के नतीजों में एनडीए को बड़ा झटका लगा है। भाजपा नेताओं समेत जनप्रतिनिधियों का कहना है कि प्रदेश में अफसरशाही हावी है। निचले स्तर पर कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं हो रही है। बूथ से लेकर जिला संगठन तक के कार्यकर्ताओं में नाराजगी और निराशा है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रत्येक मंडल के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक बुलाई और उनसे विकास पर चर्चा की। सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेता भी अफसरशाही की शिकायत कर रहे हैं। नेता और विधायक अफसरों से नाराज हैं और वे इस नाराजगी को पत्र और मीडिया के जरिए जाहिर भी कर रहे हैं।

हालांकि, ज्यादातर मंडलों की समीक्षा बैठकों में भविष्य की रूपरेखा पर ज्यादा जोर दिया गया है। आजमगढ़ की मंडल समीक्षा बैठक में एक विधायक ने अफसर की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी, लेकिन मुरादाबाद मंडल की बैठक में अफसर को लेकर कोई बात नहीं हुई। क्या यह शक्ति प्रदर्शन है या नाराजगी कम करने की कोशिश? विधायकों, मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों से मिलकर मुख्यमंत्री लगातार यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि अगर बेलगाम अफसरशाही से कोई नाराजगी है तो उसे दूर करने के लिए वह कदम उठाने को तैयार हैं।

उत्तर प्रदेश में भाजपा विधायक अब खुलकर बोलने लगे हैं।

ज्यादातर ओबीसी विधायक इन दिनों खुश हैं। क्योंकि उन्हें लगता है कि अब भाजपा में सुनने के लिए कई खेमे बन गए हैं। कुछ लोग केशव मौर्य से मिलकर अपना दुख-दर्द बता रहे हैं तो कुछ सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर अपनी बात कह रहे हैं। हाल के दिनों में सैयदराजा से विधायक सुशील सिंह, बुलंदशहर से प्रदीप चौधरी और नंदकिशोर गुर्जर ने नौकरशाही के खिलाफ खुलकर बयान दिए। मुरादाबाद मंडल की बैठक में शामिल होने आए नंदकिशोर गुर्जर ने बेलगाम नौकरशाही पर निशाना साधा और इशारों में यह भी कहा कि अगर मुख्यमंत्री इसका सबूत मांगते हैं तो सबूत कहां से लाएं…हमारे शब्द ही सबूत हैं।

डैमेज कंट्रोल में जुटे सीएम योगी

दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार डैमेज कंट्रोल में जुटे हुए हैं। इससे पहले विधायकों और जनता ने भी अफसरशाही पर निशाना साधा था।

RELATED ARTICLES

Most Popular