Friday, November 22, 2024
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आतंकी संगठन ISIL-K की भारत पर नजर, रची जा रही खौफनाक साजिश; UN रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

संयुक्त राष्ट्र की एक नई रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट में चौंकाने वाला दावा किया गया है। बताया गया है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड द लेवेंट खोरासान भारत से ऐसे लोगों की भर्ती करना चाहता है जो अकेले ही वारदातों को अंजाम दे सकें।

संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में चौंकाने वाली बातें कही गई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि आतंकी समूह ‘इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड द लेवेंट-खोरासन’ (आईएसआईएल-के) भारत में बड़े पैमाने पर हमले करने में सक्षम न होने के बावजूद इस देश में बैठे अपने आकाओं के जरिए ऐसे लड़ाकों की भर्ती करना चाहता है जो अकेले ही हमले कर सकें। आईएसआईएल, अलकायदा और इससे जुड़े व्यक्तियों और संगठनों पर विश्लेषणात्मक सहायता एवं प्रतिबंध निगरानी दल की 34वीं रिपोर्ट मंगलवार को यहां जारी की गई। इसमें कहा गया है कि सदस्य देशों ने चिंता जताई है कि अफगानिस्तान से उत्पन्न आतंकवाद क्षेत्र में असुरक्षा का कारण बनेगा।

आतंकियों की नजर भारत पर है

रिपोर्ट में कहा गया है, “भारत में बड़े पैमाने पर हमले करने में सक्षम न होने के बावजूद, ISIL-K देश में अपने आकाओं के माध्यम से ऐसे लोगों की भर्ती करना चाहता है जो अकेले ही हमले कर सकें। आतंकी समूह ने उर्दू में एक पुस्तिका जारी की है, जो हिंदू-मुस्लिम नफरत को भड़काती है, जिसमें भारत के संबंध में अपनी रणनीति की रूपरेखा दी गई है। इसमें कहा गया है कि ISIL-K इस क्षेत्र में सबसे गंभीर खतरा बना हुआ है, जो अफगानिस्तान से परे आतंक फैला रहा है, जबकि “अल-कायदा रणनीतिक संयम बरतता है” और तालिबान के साथ अपने संबंधों को प्राथमिकता देता है।

ISIL-K के आतंकियों की संख्या में वृद्धि हुई है

रिपोर्ट के अनुसार, तहरीक-ए-तालिबान (TTP), तालिबान और भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा (AQIS) के बीच समर्थन और सहयोग बढ़ा है। वे अफगानिस्तान में प्रशिक्षण शिविर साझा कर रहे हैं और तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (TJP) के बैनर तले और अधिक घातक हमले कर रहे हैं। इसमें कहा गया है, “TTP अन्य आतंकी समूहों के लिए आश्रय देने वाला संगठन बन सकता है। मध्यम अवधि में, टीटीपी और एक्यूआईएस के संभावित विलय से पाकिस्तान और अंततः भारत, म्यांमार और बांग्लादेश के खिलाफ खतरा बढ़ सकता है। कुछ सदस्य देशों ने अनुमान लगाया है कि आईएसआईएल-के लड़ाकों की संख्या बढ़कर 4,000 से 6,000 के बीच हो गई है।

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