ब्रिटेन के आम चुनाव में जनता नेताओं की किस्मत का फैसला करेगी। इस बार ऋषि सुनक की सीधी टक्कर लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर से है। चलिए आपको वो बड़े नाम बतातें हैं जिनपर चुनाव में सभी की निगाहें रहेंगी।
UK General Elections 2024: ब्रिटेन में आम चुनाव को लेकर तैयारियां पूरी हैं। ब्रिटेन में वोटर्स मतदान के लिए तैयार है, यहां आज यानी 4 जुलाई को मतदान होना है। इन चुनावों में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी और विपक्षी लेबर पार्टी के बीच मुख्य टक्कर होने की उम्मीद है। चुनाव से पहले हुए सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी को बहुमत मिलने का दावा किया जा रहा है। कंजर्वेटिव पार्टी का नेतृत्व ऋषि सुनक और लेबर पार्टी का नेतृत्व कीर स्टार्मर कर रहे हैं। ब्रिटेन में हो रहे आम चुनाव में किन बड़े चेहरों पर दुनियाभर की नजरें रहेंगी चलिए आपको बताते हैं।
ऋषि सुनक
कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनक एक बार फिर पीएम बनने की रेस में हैं। हालांकि, अब तक जिस तरह के सर्वे देखने को मिले हैं उनमें कहा गया है कि इस बार उनकी राह आसान नहीं रहने वाली है। ऋषि सुनक ब्रिटेन में बढ़ती महंगाई पर काबू करने का दावा कर रहे हैं, लेकिन उन पर कई वादों को पूरा ना करने के आरोप लग रहा है। वादों पर खरा ना उतरने की वजह से उनके खिलाफ लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है। ऋषि सुनक ब्रिटेन के पहले एशियाई और हिंदू प्रधानमंत्री हैं।
कीर स्टार्मर
लेबर पार्टी के नेता कीर स्टर्मर एक पूर्व मानवाधिकार वकील और मुख्य जन अभियोजक रह चुके हैं। चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में लेबर पार्टी को बहुमत मिलने का दावा किया गया है। ऐसे में बहुत संभावना है कि ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री कीर स्टर्मर बन सकते हैं। कीर स्टार्मर पब्लिक प्रॉसिक्यूटर के पूर्व डायरेक्टर रह चुके हैं। साल 2020 के अप्रैल महीने में उन्होंने लेबर पार्टी ज्वाइन की थी।
निगेल फरेज
यूरोपीय संसद के पूर्व सांसद 60 वर्षीय निगेल फरेज को ब्रिटेन की राजनीति के सबसे विभाजनकारी नेताओं में गिना जाता है। 2016 में ब्रिटेन के अधिकांश लोगों को यूरोपीय संघ छोड़ने को लेकर वोट देने के लिए राजी करने में मदद करने के बाद उन्हें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से ‘मिस्टर ब्रेग्जिट’ उपनाम मिला। इस चुनाव में फरेज आठवीं बार सांसद बनने की कोशिश कर रहे हैं। फरेज कट्टर दक्षिणपंथी रिफॉर्म यूके पार्टी के प्रमुख हैं। कई सर्वेक्षणों में दावा किया जा रहा है कि रिफॉर्म यूके पार्टी कई प्रमुख सीटों पर कंजर्वेटिव पार्टी को नुकसान पहुंचा सकती है। फरेज पर नस्लवादी और समलैंगिक विरोधी बयान देने के भी आरोप लगते रहे हैं।
एड डेवी
58 वर्षीय डेवी पहली बार 1997 में संसद के लिए चुने गए थे। पूर्व अर्थशास्त्र शोधकर्ता ने 2012 से 2015 तक कंजर्वेटिव-लिबरल डेमोक्रेट गठबंधन के तहत सरकार के ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन सचिव के रूप में कार्य किया था। डेवी 2019 में वामपंथी लिबरल डेमोक्रेट्स के नेता बन गए थे। दक्षिणी ब्रिटेन में उनकी पकड़ दिख रही है। डेवी का कहना है कि चुनाव जीतने पर वो ब्रिटेन की स्वास्थ्य और सामाजिक देखभाल प्रणालियों में सुधार करेंगें। मतदान की आयु घटाकर 16 वर्ष करेंगे साथ ही।
जॉन स्विनी
जॉन स्विनी के पास ब्रिटिश संसद में कोई सीट नहीं है। लेकिन वो एडिनबर्ग में स्कॉटिश संसद में पहले मंत्री थे। 60 वर्षीय स्विनी मई में सिर्फ़ एक साल में एसएनपी के तीसरे नेता बन गए थे। स्विनी ने पार्टी में स्थिरता लाने की कोशिश की है। स्विनी ने कहा है कि अगर उनकी पार्टी स्कॉटलैंड में बहुमत सीटें जीतती है तो वह लंदन स्थित यूके सरकार के साथ स्कॉटिश स्वतंत्रता वार्ता शुरू करने की कोशिश करेंगे।