गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले में तीन मजदूरों की मौत का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि तीनों मजदूर अवैध कोयला खदान में काम कर रहे थे। इसी दौरान जहरीली गैस के कारण उनका दम घुट गया और तीनों की मौत हो गई।
सुरेंद्रनगर: जिले में एक अवैध कोयला खदान में दम घुटने से तीन मजदूरों की मौत हो गई. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में चार लोगों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. सभी आरोपियों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि मरने वाले तीनों मजदूरों के पास कोई सुरक्षा उपकरण नहीं थे. इन सभी लोगों से कुआं खोदने के लिए कहा जा रहा था. इसी दौरान जहरीली गैस निकलने से इनका दम घुट गया और तीनों की मौत हो गई. फिलहाल इनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
मजदूरों को सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए गए
दरअसल, पूरी घटना जिले के थानगढ़ तालुका के भेट गांव के पास हुई। जिले के मुली-मुली थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यहां अवैध कोयला खदान संचालित की जा रही थी। इसमें कुछ लोग काम कर रहे थे। इसी दौरान पीड़ित लक्ष्मण डाभी (35), खोड़ाभाई मकवाना (32) और वीरम केरलिया (35) भी शनिवार को खदान में खुदाई कर रहे थे। ये सभी लोग खदान में खुदाई कर रहे थे, तभी दम घुटने से उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि जब तीनों लोग संबंधित आरोपियों के लिए काम कर रहे थे, तब उनके पास हेलमेट, मास्क या अन्य सुरक्षा उपकरण नहीं थे।
चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
पुलिस अधिकारी ने बताया कि एफआईआर के अनुसार, आरोपियों ने कुएं की खुदाई के काम में लगाए जाने के दौरान मृतकों को हेलमेट या अन्य सुरक्षा उपकरण नहीं दिए। इसमें कहा गया है कि कुएं से निकलने वाली जहरीली गैस के कारण उनकी मौत हुई। अधिकारी ने बताया कि जशाभाई केरलिया, जनक अनियारिया, खिमजीभाई सरडिया और कल्पेश परमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि मजदूरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। इससे पहले फरवरी में जिले में अवैध खनन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली ‘जिलेटिन’ छड़ियों में विस्फोट के बाद जहरीली गैस के कारण तीन मजदूरों की मौत हो गई थी।