पिछले कुछ सालों में ज़मीन की मांग लगातार बढ़ रही है। डेवलपर्स नई परियोजनाओं के लॉन्च के बाद आसानी से नई यूनिट बेच पा रहे हैं।
भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में 2024 की पहली छमाही में 1,045 एकड़ के 54 लैंड डील हुए हैं। 2023 की पहली छमाही में 950 एकड़ के 46 लैंड डील हुए थे। रविवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी मिली। एनारॉक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही में 325 एकड़ से ज्यादा के 25 लैंड डील पूरे हुए हैं। 2024 की दूसरी तिमाही में अकेले बेंगलुरु में 114 एकड़ के नौ नए लैंड डील हुए हैं। इसके बाद गुरुग्राम का नंबर है। जहां 77.5 एकड़ के सात लैंड डील पूरे हुए हैं।
जमीन की मांग में गुरुग्राम दूसरे नंबर पर
एनारॉक ग्रुप के क्षेत्रीय निदेशक और सलाहकार एवं शोध प्रमुख डॉ. प्रशांत ठाकुर ने बताया कि बेंगलुरु में हुए सभी सौदे आवासीय परियोजनाओं के विकास के लिए थे। ठाकुर ने आगे बताया कि गुरुग्राम दूसरे नंबर पर है, यहां 2024 की दूसरी तिमाही में 77.5 एकड़ के सात जमीन सौदे हुए। ये सौदे आवासीय परियोजनाओं और कृषि से जुड़े हैं। 2024 की दूसरी तिमाही में पूरे हुए कुल जमीन सौदों में से 17 (163 एकड़) से अधिक पर आवासीय परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। कृषि, मिश्रित उपयोग, डेटा सेंटर, लॉजिस्टिक्स पार्क, औद्योगिक और खुदरा क्षेत्र के लिए एक-एक सौदा हुआ है।
लगातार बढ़ रही है जमीन की मांग
पिछले कुछ सालों से जमीन की मांग लगातार बढ़ रही है। डेवलपर्स नई परियोजनाओं के लॉन्च होने के बाद आसानी से नई यूनिट बेच पा रहे हैं। ठाकुर ने बताया कि मुंबई, जो पिछली कुछ तिमाहियों में जमीन सौदों में सबसे ऊपर था। 2024 की दूसरी तिमाही में सिर्फ दो जमीन सौदे हुए, एक औद्योगिक उद्देश्य के लिए और दूसरा खुदरा क्षेत्र विकसित करने के लिए। हालांकि, 2024 की पहली छमाही में मुंबई में 34 एकड़ के 5 लैंड डील हुए। वहीं, हैदराबाद में 63.5 एकड़ के तीन और चेन्नई में 48 एकड़ के तीन लैंड डील हुए।
पुणे, अहमदाबाद, नोएडा और ठाणे में 103 एकड़ के दो-दो लैंड डील हुए। रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजियाबाद में 62.5 एकड़ का एक और दिल्ली में 5 एकड़ का एक लैंड डील हुआ।