आगामी बजट विकासोन्मुखी बजट होने की उम्मीद है, इसलिए इस बजट से बुनियादी ढांचे और संबद्ध क्षेत्रों को लाभ मिलने की उम्मीद है। विकासोन्मुखी बजट और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की अच्छी स्थिति से बैंकिंग और ऑटो सेगमेंट में भी मांग बढ़ने की उम्मीद है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे संसद में आम बजट (बजट 2024) पेश करेंगी। शेयर बाजार के लिए बजट बहुत बड़ी घटना होती है। पिछले कुछ सालों के ट्रेंड पर नजर डालें तो बजट भाषण के दौरान शेयर बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। आज के बजट के दौरान भी यह ट्रेंड जारी रह सकता है। ऐसे में अगर आप शेयर बाजार में छोटे निवेशक हैं तो आज के लिए आपकी क्या रणनीति होनी चाहिए? आइए जानते हैं।
शेयर बाजार के लिए बड़ी घटना
शेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक शेयर बाजार मोदी 3.0 के पहले बजट का इंतजार कर रहा है। केंद्रीय बजट 2024 वित्तीय कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण घटना है क्योंकि इसमें आने वाले साल के लिए सरकार की राजकोषीय नीतियों और खर्च योजनाओं की रूपरेखा होती है। जानकारों का कहना है कि केंद्रीय बजट के ग्रोथ ओरिएंटेड बजट होने की उम्मीद है, यानी इसमें रेलवे, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा, तेल और बिजली, ऑटो और बैंकिंग सेक्टर पर जोर रहेगा। यानी इस सेक्टर की कंपनियों में निवेश के मौके मिल सकते हैं।
इन सेक्टर पर फोकस की उम्मीद
आगामी बजट ग्रोथ ओरिएंटेड बजट होने की उम्मीद है, इसलिए इंफ्रास्ट्रक्चर और इससे जुड़े सेक्टर को ऐसे बजट से फायदा मिलने की उम्मीद है। ग्रोथ ओरिएंटेड बजट और राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में अच्छी स्थिति से बैंकिंग और ऑटो सेगमेंट में भी मांग बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा सरकार कृषि क्षेत्र, सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा, रेलवे, बिजली/नवीकरणीय ऊर्जा, रियल एस्टेट, रक्षा, लॉजिस्टिक्स और पर्यटन के लिए रणनीतिक आवंटन में बढ़ोतरी की घोषणा कर सकती है। इन सेक्टर की अच्छी कंपनियों में निवेश के मौके मिलेंगे। इसके अलावा आयकर स्लैब में कुछ संशोधन या नई कर प्रणाली के तहत मानक कटौती में वृद्धि से डिस्पोजेबल आय में वृद्धि की उम्मीद है। कुल मिलाकर आज और आने वाले दिनों में बाजार की चाल बजट में की गई घोषणाओं पर निर्भर करेगी।
छोटे निवेशकों के लिए क्या होनी चाहिए रणनीति?
बाजार के जानकारों का कहना है कि बजट के दिन शेयर बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव होना आम बात है। अगर बजट के बाद बाजार कमजोर होता है तो घबराकर शेयर न बेचें। किसी अच्छी कंपनी का शेयर होल्ड करें। साथ ही मौका मिलने पर अच्छी कंपनी में निवेश करें। अगर बजट भाषण के दौरान शेयर बाजार में बड़ी तेजी आती है तो इंतजार करना सही रहेगा। भविष्य में फिर से निवेश के अवसर मिलेंगे। जल्दबाजी में कोई फैसला लेना ठीक नहीं है।