Sunday, February 16, 2025
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चीन समर्थक ओली फिर बने नेपाल के पीएम, प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई, इससे पहले 3 बार संभाल चुके हैं सत्ता

के.पी. शर्मा ओली ने सोमवार को चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। नेपाल की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता को रविवार को राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने नेपाल का प्रधानमंत्री नियुक्त किया। ओली (72) पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ की जगह लेंगे, जो शुक्रवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल करने में विफल रहे थे। इसके चलते ओली के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ। पीएम मोदी ने उन्हें बधाई दी और दोनों देशों के बीच दोस्ती के गहरे संबंधों को और मजबूत करने तथा आपसी सहयोग को और बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की उम्मीद जताई।

ओली एक नई गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे, जो नेपाल में राजनीतिक स्थिरता प्रदान करने की कठिन चुनौती का सामना करेगी। ओली को अब 30 दिनों के भीतर संसद से विश्वास मत हासिल करना होगा। 275 सीटों वाली प्रतिनिधि सभा में ओली को कम से कम 138 वोटों की जरूरत होगी। राष्ट्रपति पौडेल ने सोमवार को राष्ट्रपति भवन के मुख्य भवन शीतल निवास में ओली को शपथ दिलाई। पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, ‘नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में आपकी नियुक्ति पर @kpsharmaoli को बधाई। हम दोनों देशों के बीच दोस्ती के गहरे बंधन को और मजबूत करने और अपने लोगों की प्रगति और समृद्धि के लिए हमारे पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को और बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।’

चौथी बार पीएम
ओली ने चौथी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली है। सबसे पहले, ओली 11 अक्टूबर 2015 से 3 अगस्त 2016 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। इस दौरान, चीन के प्रति उनके झुकाव के कारण, नई दिल्ली के साथ काठमांडू के संबंध तनावपूर्ण रहे। इसके बाद, वे 5 फरवरी 2018 से 13 मई 2021 तक फिर से प्रधानमंत्री रहे।

विवादों से पुराना नाता
मई से जुलाई 2021 तक उनका छोटा कार्यकाल विवादास्पद रहा क्योंकि नेपाल के सर्वोच्च न्यायालय ने तत्कालीन राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी द्वारा पीएम के रूप में उनकी नियुक्ति को असंवैधानिक करार देते हुए रद्द कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फ़ैसले में कहा था कि ओली का प्रधानमंत्री बने रहना असंवैधानिक है. नेपाल में लगातार राजनीतिक उथल-पुथल जारी है और गणतंत्र प्रणाली लागू होने के बाद से पिछले 16 सालों में देश में 14 सरकारें आ चुकी हैं.

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