बांग्लादेश में हालात लगातार बेकाबू होते नजर आ रहे हैं. शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोग अब अपने देश में रहने वाले हिन्दुओं को निशाना बना रहे हैं. स्थानीय पुलिस और आर्मी भी स्थिति को काबू नहीं कर पा रही है. बॉर्डर पर बांग्लादेशी हिन्दुओं की संख्या बढ़ती नजर आ रही है, जिसके चलते बीएसएफ भी अलर्ट हो गया है.
नई दिल्ली. ऐसा माना जा रहा था कि पूर्व पीएम शेख हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद बांग्लादेश में फिर से शांति कायम हो जाएगी लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है. आरक्षण के विरोध से उपजी आंदोलन की आग अब हिन्दू-मुसलमान पर उतर आई है. बांग्लादेश में जगह-जगह हिन्दुओं पर हमले की घटनाएं सामने आ रही है. इस स्थानों पर हिन्दू मंदिरों को आग के हवाले कर दिया गया है. आलम यह है कि बांग्लादेशी हिन्दुओं को शरण लेने के लिए भारत का रुख करना पड़ रहा है. यही वजह है कि गुरुवार को बड़ी संख्या में बांग्लादेशी हिन्दू भारतीय सीमा पर बीएसएफ चौकी के पास मदद मांगने के लिए पहुंचे.
बांग्लादेश में हालात बिगड़ने के बाद भारत बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेश के अल्पसंख्यकों की भीड़ जमा होती जा रही है. ये लोग अपनी जान बचाने के लिए भारत में दाखिल होना चाहते हैं. खबरों के मुताबिक भारत बांग्लादेश सीमा के तीन पोस्टों पर बांग्लादेशी अल्पसंख्यक नागरिकों की भारी भीड़ जमा हुई है, जिनकी तादाद 500 के आसपास है. सीमा पर जिन तीन पोस्ट पर बांग्लादेशी हिन्दुओं की भीड़ जमा हुई है वह सिलीगुड़ी, किशनगंज और मुकेश पोस्ट हैं.
BSF ने बढ़ाई पेट्रोलिंग
बीएसएफ बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश से लगातार संपर्क स्थापित कर इन नागरिकों को नियमों के मुताबिक उनके देश में ही रोक रहा है. बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के कमांडर लेवल के अधिकारी इस व्यवस्था को बनाए रखने के लिए आपस में बातचीत कर रहे हैं. सिर्फ जिनके पास वैध कानूनी दस्तावेज हैं उन्हें ही भारत में आने की इजाजत दी जा रही है. मामले की गंभीरता को देखते हुए बीएसएफ ने सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है. इस बात की संभावना जताई जा रही है कि ये लोग अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस कर भारतीय सीमा में दाखिल हो सकते हैं.