Sunday, February 16, 2025
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पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए सुरक्षा में तैनात किए गए इतने जवान, मदद के लिए AI का भी होगा इस्तेमाल

पेरिस ओलंपिक के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के लिए पुलिस बल और सेना के जवानों को तैनात किया गया है। सेना की एक टुकड़ी को विशेष रूप से तैयार किया गया है।

पेरिस ओलंपिक 2024: पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से शुरू हो रहा है, इसका समापन 11 अगस्त को होगा। सबसे बड़ी चुनौती यहां आने वाले लाखों प्रशंसकों के साथ-साथ दुनियाभर से आने वाले करीब 10,500 खिलाड़ियों की सुरक्षा होगी। इन खेलों पर साइबर हमलों का भी खतरा है। फ्रांस की राजधानी पेरिस में हालात बदल गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए पुलिस के साथ सेना और एआई की मदद ली जा रही है।

सुरक्षा के लिए सेना की टुकड़ी हमेशा तैयार रहती है

पेरिस में पुलिस की टीमें सड़कों पर गश्त कर रही हैं। आसमान में फाइटर जेट उड़ रहे हैं और सेना की टुकड़ी को इस तरह से तैयार किया गया है कि वे किसी भी खेल स्थल या खेल गांव में आपात स्थिति में आधे घंटे में पहुंच सकें। उद्घाटन समारोह की मेजबानी करने वाली सीन नदी के किनारों को पहले खुला रखने की योजना थी, लेकिन अब दोनों तरफ सुरक्षा बैरियर लगाए जा रहे हैं। यूक्रेन और गाजा में चल रहे युद्ध और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय तनाव के बीच पेरिस खेलों के लिए 45,000 पुलिसकर्मियों के साथ करीब 10,000 सैन्यकर्मियों को तैनात किया गया है।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पेरिस में सबसे बड़ा सैन्य शिविर है। सेंटिनल नामक आतंकवाद निरोधी सैन्य बल के डिप्टी कमांडर जनरल एरिक चासबोफ ने कहा कि शुरुआत में आम लोगों के लिए हमें देखना बहुत अजीब था, लेकिन अब यह सामान्य हो गया है। सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए राफेल लड़ाकू विमान, रीपर निगरानी ड्रोन, शार्पशूटर और ड्रोन को निष्क्रिय करने वाले उपकरणों से लैस हेलीकॉप्टरों के साथ हवाई क्षेत्र की निगरानी करने वाली AWACS निगरानी उड़ानें पेरिस के आसमान पर नजर रखेंगी।

सीन नदी के आसपास के क्षेत्र को नो-फ्लाई जोन घोषित किया जाएगा

उद्घाटन समारोह के दौरान सीन नदी के आसपास के 150 किलोमीटर के क्षेत्र को नो-फ्लाई जोन घोषित किया जाएगा। इसके साथ ही एआई सॉफ्टवेयर से लैस कैमरे भी किसी भी संभावित खतरे से निपटने में मदद करेंगे। इस मामले में फ्रांस को 40 से ज़्यादा देशों से भी मदद मिल रही है, जिन्होंने 1900 से ज़्यादा पुलिस बल भेजे हैं। गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने कहा कि हम ख़ास तौर पर रूसी और बेलारूसी नागरिकों की जांच कर रहे हैं। 155 लोगों को ‘बहुत ख़तरनाक’ और आतंकवादी स्तर का ख़तरा माना जा रहा है। उन्हें उद्घाटन समारोह और खेलों से भी दूर रखा जा रहा है, कुछ मामलों में पुलिस उनके घरों और कंप्यूटरों की तलाशी ले रही है ताकि हथियारों का पता लगाया जा सके।

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