भारतीय क्रिकेट टीम ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 5 मैचों की टी20 सीरीज में लगातार तीन जीत के साथ अजेय बढ़त हासिल कर ली है। भारत ने ये तीनों जीत पहला मैच हारने के बाद दर्ज की हैं। चौथे टी20 मैच में भारत ने बिना कोई विकेट खोए 153 रनों के लक्ष्य को हासिल कर लिया और 10 विकेट की दमदार जीत के साथ सीरीज पर कब्जा कर लिया। इस मैच के दौरान भारतीय कप्तान शुभमन गिल द्वारा खेली गई पारी से प्रशंसक नाखुश हैं। दरअसल, उनकी वजह से यशस्वी जायसवाल अपना शतक पूरा नहीं कर सके।
भारत और जिम्बाब्वे के बीच खेली जा रही टी20 सीरीज विवादों में आ गई। पहला मैच हारने के बाद भारत ने जोरदार वापसी की और लगातार तीन मैच जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली। चौथे टी20 में जिम्बाब्वे ने 7 विकेट पर 152 रन बनाए, जिसके जवाब में भारत ने बिना कोई विकेट खोए 15.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया यशस्वी जायसवाल इस मैच में आसानी से शतक बना सकते थे लेकिन कप्तान गिल ने उन्हें मौका देने की बजाय खुद ही बड़े शॉट लगाकर मैच खत्म कर दिया।
Shubman Gill is literally the most insecure player I ever saw. India needed 25 Runs and Yashasvi Jaiswal was batting on 83 and it was easy hundred for him, but insecure Gill had other plans 💔#INDvsZIM pic.twitter.com/YUXgi1lZWC
— Sujeet_Gupta45 (@sujeet_gupta45) July 13, 2024
यशस्वी आसानी से शतक बना सकते थे
जिम्बाब्वे द्वारा दिए गए 153 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 13 ओवर के बाद 128 रन बना चुकी थी। भारत को जीत के लिए 25 रनों की जरूरत थी और यशस्वी जायसवाल 83 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्हें शतक पूरा करने के लिए 17 रनों की जरूरत थी। कप्तान शुभमन गिल 41 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया और इसके बाद तेजी से खेलते हुए मैच खत्म किया। अगर वह चाहते तो आराम से बल्लेबाजी करके यशस्वी को शतक पूरा करने का मौका दे सकते थे।
शुभमन गिल ने ऐसा क्यों किया, यह पता नहीं
यशस्वी जायसवाल टी20 इंटरनेशनल में अपना दूसरा शतक बनाने के करीब थे। वह इसे आसानी से हासिल कर सकते थे लेकिन शुभमन गिल की तेज पारी के कारण ऐसा नहीं हो सका। भारतीय टीम न तो ऐसी स्थिति में थी कि अगर वह तेजी से रन नहीं बनाती तो मैच हार जाती और न ही भारत किसी ऐसे टूर्नामेंट में खेल रहा था जहां मैच जल्दी खत्म करने पर उसका नेट रन रेट बेहतर होता। यह पता नहीं कि शुभमन गिल मैच खत्म करने की इतनी जल्दी में क्यों थे। एक कप्तान के तौर पर उन्हें अपने साथी खिलाड़ी को शतक पूरा करने में मदद करनी चाहिए थी।
सोशल मीडिया पर स्वार्थी कहा जा रहा है
शुभमन गिल ने जिस तरह से मैच को जल्दी खत्म किया और यशस्वी जायसवाल के शतक पूरा करने की उम्मीदों पर पानी फेरा, उसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें स्वार्थी कहा जा रहा है। एक यूजर ने लिखा, हमें ऐसे स्वार्थी खिलाड़ी की क्या जरूरत है जो टीम के लिए नहीं खेल सकता। मुझे पूरी उम्मीद है कि यह खिलाड़ी वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ रोहित शर्मा को रन आउट नहीं करता।
एक यूजर ने लिखा, मैंने शुभमन गिल से ज्यादा असुरक्षित खिलाड़ी नहीं देखा। भारत को जीत के लिए 25 रन चाहिए थे और यशस्वी 83 रन पर खेल रहे थे। वह आसानी से शतक बना लेते लेकिन असुरक्षित गिल का इरादा कुछ और ही था।