बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिर गई है। शेख हसीना अब बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई हैं। शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद बांग्लादेश में हिंसा की घटनाएं पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गई हैं।
बांग्लादेश में मचे घमासान के बीच पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में हैं। अमेरिका में रहने वाले शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने भारत का विशेष आभार जताया है। अमेरिका के वाशिंगटन डीसी से एक वीडियो जारी करते हुए वाजेद जॉय ने कहा कि मेरे पास भारत सरकार के लिए एक खास संदेश है।
भारत को दुनिया में नेतृत्वकारी भूमिका निभानी चाहिए
इस वीडियो संदेश में शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने कहा, ‘मेरी व्यक्तिगत कृतज्ञता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा मेरी मां (शेख हसीना) की जान बचाने के लिए की गई त्वरित कार्रवाई के लिए है। मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगा। मेरा दूसरा संदेश यह है कि भारत को दुनिया में नेतृत्वकारी भूमिका निभानी चाहिए और अन्य विदेशी शक्तियों को स्थिति को नियंत्रित नहीं करने देना चाहिए।’
शेख हसीना सरकार ने बांग्लादेश में शांति बनाए रखी
इसके साथ ही जॉय ने कहा, ‘क्योंकि यह (बांग्लादेश) भारत का पड़ोसी है। यह भारत का पूर्वी हिस्सा है। यह एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है जिसे कोई भी नकार नहीं सकता कि शेख हसीना की सरकार ने बांग्लादेश में शांति बनाए रखी है। आर्थिक विकास को बनाए रखा और देश में बढ़ते उग्रवाद को भी रोका।’
अन्य सरकारें पूरी तरह विफल रहीं
सजीब वाजेद जॉय ने कहा कि शेख हसीना की सरकार ने हमारे उपमहाद्वीप के पूर्वी हिस्से को स्थिर रखा है। यह एकमात्र सरकार थी जिसने साबित किया कि हम यह कर सकते हैं। अन्य सरकारों ने भी प्रयास किया, लेकिन वे पूरी तरह विफल रहीं।
#WATCH | Washington, DC: Former Bangladesh PM Sheikh Hasina's son, Sajeeb Wazed Joy says, "My message to the government of India, is my personal gratitude to Prime Minister Modi for his government's quick action in saving my mother's life. I am eternally grateful. My second… pic.twitter.com/luXYynELey
— ANI (@ANI) August 9, 2024
शेख हसीना की भारत यात्रा पर बीएनपी ने क्या कहा?
शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी की कट्टर प्रतिद्वंद्वी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का भारत में रहने का फैसला पूरी तरह से उनका और भारतीय अधिकारियों का है। उन्होंने चेतावनी दी कि बांग्लादेश के लोग इसे अच्छी रोशनी में नहीं देखेंगे। इसके साथ ही बीएनपी प्रवक्ता अमीर खासरू महमूद चौधरी ने कहा कि बांग्लादेश के लोगों को लगता है कि भारतीय अधिकारियों को उनकी भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए।