सावन महीने में भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस महीने में शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए लोग संपर्क उपाय करें। मगर पूजा वक्त करते हैं कई बार हम भूल जाते हैं कुछ ऐसे कर स्टूडियो, जो नहीं करना चाहिए. इसी के बारे में लोकल18 ने काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय से बात की। रायते ने कहा कि भगवान शिव को शंकर, भोलेनाथ, आशुतोष, औघड़दानी सहित कई तटों से जाना जाता है। उनकी पूजा के दौरान विशेष रूप से सावन माह में कुछ बातें अवश्य रखनी चाहिए।
सावन की पूजा में बेलपत्र का महत्व
सावन के महीने में पूजा के दौरान भगवान शिव को बेलपत्र जरूर अर्पण करना चाहिए। ध्यान रहे बेलपत्र तीन पत्ती वाला होना चाहिए और वो पूरी तरह से शुद्ध होना चाहिए। यानि बेलपत्र का कोई भी पत्ता-चांटा,फटा या खंडित न हो।
सावन में पूजा समय करते हैं किन बातों का उत्तर?
1. सावन के महीने में सोमवार, माहरात्रि, पूर्णिमा, पूर्णिमा के व्रत का विशेष महत्व होता है। जो लोग यह व्रत नहीं रखते, उन्हें पूरे सावन महीने में एक समय भोजन करना चाहिए। इससे सभी व्रतों का लाभ मिलता है और महादेव की कृपा भी उन पर बरसती है।
2. सावन महीने में यदि आप भगवान शिव की पूजा कर रहे हैं, तो आपको पूरे महीने सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए.लहसुन प्याज का त्याग करना चाहिए और मांस मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए.
3. इसके अलावा हमें झूठ बोलने से भी बचना चाहिए. ना ही किसी का दिल दुखाना चाहिए. सोमवार के दिन आरती जरूर करें. सावन के सोमवार के दिन भगवान शिव का ध्यान भी जरूर करना चाहिए. इससे भी भगवान शिव की कृपा बरसती है.
सावन शुरू कब से हैं?
इस साल सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू होकर 19 अगस्त 2024 को खत्म होगा. महादेव को खुश करने के लिए इस महीने को बहुत शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि जो भी इस महीने में सच्चे दिल से पूजा करता है, उसकी सारी मनोकामना पूरी होती है.