अविष्का फर्नांडो और कुसल मेंडिस के अर्धशतकों के बाद डुनिथ वेलालेज के क्लॉ स्ट्राइक से श्रीलंका ने बुधवार को तीसरे और अंतिम वनडे में भारत को 110 रन से हराकर सीरीज 2-0 से जीत ली। पहला मैच टाई होने के बाद श्रीलंका ने दूसरा मैच 32 रन से जीता था। श्रीलंका ने 1997 के बाद से भारत के खिलाफ पहली द्विपक्षीय वनडे सीरीज जीती है। आर प्रेमदासा स्टेडियम की पिच पर श्रीलंका के 249 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 26.1 ओवर में 138 रन पर ढेर हो गई। भारत के लिए कप्तान रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा 35 रन बनाए। उनके अलावा वॉशिंगटन सुंदर (30) और विराट कोहली (20) ही दोहरे अंक में पहुंच सके। श्रीलंका के लिए वेलालेज ने 27 रन देकर पांच विकेट लिए।
रोहित हालांकि अपने पसंदीदा शॉट्स में से एक स्वीप खेलकर पवेलियन लौट गए। वे वेलालेज की गेंद पर स्वीप करने की कोशिश में विकेटकीपर कुसल मेंडिस को कैच दे बैठे। रोहित के आउट होने के बाद भारतीय पारी समाप्त होने में ज्यादा समय नहीं लगा। दुर्घटना के बाद अपना पहला वनडे खेल रहे ऋषभ पंत तीक्ष्ण की गेंद को आगे खेलने के प्रयास में कुसल मेंडिस की गेंद पर स्टंप आउट हो गए।
मैच के बाद स्पिन के खिलाफ भारत के संघर्ष के बारे में पूछे जाने पर रोहित ने मैच के बाद कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि यह चिंता का विषय है लेकिन यह ऐसी चीज है जिस पर हमें गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। हम इस सीरीज में निश्चित रूप से दबाव में थे।’ उन्होंने कहा, ‘हमने सीरीज गंवा दी और मुझे लगता है कि हमें सकारात्मक पहलुओं के बजाय कई क्षेत्रों पर ध्यान देने की जरूरत है।
हमें पीछे जाकर देखना होगा कि ऐसी परिस्थितियों का सामना करने पर हमें क्या करना है।’ शर्मा ने कहा, ‘जब आप भारत के लिए खेलते हैं तो लापरवाही बरतने का सवाल ही नहीं उठता। आपको अच्छे क्रिकेट की सराहना करनी होती है। श्रीलंका ने हमसे बेहतर खेला। कुल मिलाकर हम सीरीज हार गए हैं। हालांकि सीरीज हारने का मतलब यह नहीं है कि सब कुछ खत्म हो गया।
ये वे खिलाड़ी हैं जो पिछले कुछ वर्षों से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। जाहिर है आप कुछ सीरीज हारेंगे।’ भारतीय कप्तान ने माना कि उनकी टीम ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। रोहित ने कहा, ‘हमने पूरी सीरीज में अच्छा क्रिकेट नहीं खेला और इसी वजह से हम यहां खड़े हैं। पूरी सीरीज में कुछ सकारात्मक चीजें रहीं।’