दरअसल, यह मामला इसी साल 12 फरवरी का है। आरजेडी एमएलसी सुनील कुमार सिंह पर बजट सत्र के दौरान असंसदीय टिप्पणी और अमर्यादित आचरण करने का आरोप लगा था।
बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार और लालू प्रसाद यादव की आरजेडी के बीच तनातनी जारी है. अब बिहार विधान परिषद में आरजेडी एमएलसी सुनील कुमार सिंह की सदस्यता रद्द कर दी गई है. विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने इसकी घोषणा की है. दरअसल, सुनील कुमार सिंह ने सदन के अंदर नीतीश कुमार का अपमान किया था. बिहार विधान परिषद की आचार समिति ने अपनी अनुशंसा रिपोर्ट में कहा था कि असंसदीय आचरण और अमर्यादित व्यवहार के कारण सुनील कुमार सिंह सदन के सदस्य बने रहने की पात्रता खो चुके हैं. आइए जानते हैं इस पूरे मामले के बारे में.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह मामला इसी साल 13 फरवरी का है। राजद एमएलसी सुनील कुमार सिंह पर बजट सत्र के दौरान असंसदीय टिप्पणी और अमर्यादित आचरण का आरोप लगा था। इसके बाद विधान पार्षद रामवचन राय की अध्यक्षता वाली आचार समिति ने रिपोर्ट में सुनील कुमार सिंह को अनैतिक आचरण का दोषी पाया है। समिति ने मांग की थी कि सुनील सिंह को परिषद की सदस्यता से मुक्त किया जाए।
समिति की रिपोर्ट में क्या कहा गया?
सदन की आचार समिति ने अपनी अनुशंसा रिपोर्ट में कहा है कि 12 फरवरी को जब बजट सत्र की कार्यवाही चल रही थी, तब सदस्य (सिंह) ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और कुछ अपमानजनक और असंसदीय शब्दों का प्रयोग किया। उनका आचरण असंसदीय था। समिति ने सर्वसम्मति से उनके निष्कासन की अनुशंसा की है।
क्या कहा सुनील कुमार सिंह ने?
इस पूरे मामले पर राजद एमएलसी सुनील कुमार सिंह का भी बयान सामने आया है। उन्होंने इस कदम को सदन के इतिहास का काला अध्याय बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। सुनील सिंह ने कहा कि इस रिपोर्ट को कई साजिशकर्ता तैयार कर रहे थे। रिपोर्ट पेश कर दी गई है और हम कल इस पर चर्चा करेंगे।