सपा नेता राम गोपाल यादव ने रील बनाने वालों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने समाज को असभ्य बना दिया है, जिसके कारण आज बड़ी संख्या में हमारे युवा इसका शिकार हो रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने मंगलवार को राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान इंस्टाग्राम रील्स का मुद्दा उठाया। उन्होंने रील्स बनाकर समाज में नग्नता फैलाने वालों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के इस प्लेटफॉर्म ने समाज को असभ्य बना दिया है, जिसका शिकार आज बड़ी संख्या में हमारा युवा वर्ग है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, सोशल मीडिया के कारण हर दिन कई बड़ी दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। ऐसे में मौजूदा सरकार के लिए इस पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठाना जरूरी हो जाता है। अगर समय रहते इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया तो भविष्य में स्थिति और भी खतरनाक हो सकती है।
“चरित्र खो गया तो सब कुछ खो गया”
सपा नेता राम गोपाल यादव ने कहा, “हमारे समय में छठी कक्षा में बच्चों को स्कूलों में अंग्रेजी पढ़ाई जाती थी और जब बच्चा थोड़ी बहुत अंग्रेजी सीख लेता था तो शिक्षक उसे कुछ वाक्य रटा देते थे जैसे धन खो गया तो कुछ नहीं खोया, स्वास्थ्य खो गया तो कुछ खोया और चरित्र खो गया तो सब कुछ खो गया। मुझे यह कहते हुए बहुत दुख हो रहा है कि हमारे बीच कुछ ऐसे चैनल हैं, जो लगातार हमारे समाज में अश्लीलता और हिंसा परोस रहे हैं। ऐसा ही एक प्लेटफॉर्म है इंस्टाग्राम रील्स। देश की युवा पीढ़ी इस समय इस प्लेटफॉर्म पर तीन घंटे बर्बाद कर रही है। हमारे देश की युवा पीढ़ी बेहद अश्लील कंटेंट देखने में अपना कीमती समय बर्बाद कर रही है।”
“समाज में कई विकृतियां पैदा हो रही हैं”
उन्होंने आगे कहा, “इससे समाज में कई विकृतियां पैदा हो रही हैं। हम हर रोज अखबारों में पढ़ते हैं कि इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई, फिर शादी हुई। इसके बाद लड़के ने लड़की की हत्या कर दी। कहीं लड़की ने लड़के का सारा सामान चुरा लिया और भाग गई। ऐसी घटनाएं हर रोज होती हैं। हमारे समाज में ऐसा होता रहा है कि हम पूरे परिवार के साथ इकट्ठा होते रहे हैं, लेकिन अब इस सोशल मीडिया की वजह से ऐसा नहीं हो रहा है। अब हर कोई फोन में व्यस्त रहता है। ऐसे में अब रिश्ते खराब होने लगे हैं। हमें लगातार सूचना मिलती रहती है कि बेटे ने पिता की हत्या कर दी, ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अब प्यार खत्म हो रहा है। इसके अलावा सोशल मीडिया के इस प्लेटफॉर्म की वजह से लोग परिवार में एक-दूसरे से संवाद नहीं कर पा रहे हैं, वरना पहले लोग परिवार में खुलकर बात करते थे। इसकी वजह से युवाओं के भटकने की संभावना कम होती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। इसकी वजह से ऐसी स्थिति आ गई है।”