भगवान श्री कृष्ण की धरती वृंदावन में विराजमान हैं धरती के भाव आकाश। इसके बनगी मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के विभिन्न आवासीय नामांकन के तहत भूखंडों की ऑनलाइन नीलामी में देखने को मिला। इस गैलरी में 300 वर्ग गज के एक प्लॉट की बोली 30.15 करोड़ रुपये लगी। इस प्लेलेट की बेस प्राइज़ केवल 60 लाख रुपये थी। ऐसी ही अंतिम बोली देखकर एमवीडीए के अधिकारियों का भी सिर चकरा गया। अधिकारियों को इस तरह की बेताशा बोली लगाने के पीछे की योजना की बू आ रही है। मेरा मानना है कि कुछ लोगों ने अनाप-शनाप दरें तय कर रखी हैं।
इस प्लेलेट के अलावा रुक्मणी विहार के 83 नंबर वाले 288 वर्ग मीटर के प्लॉट पर भी बोलीदाता टूटकर पड़े। 58.32 लाख रुपये वाले इस प्लेटैट की कीमत 19 करोड़ 11 लाख रुपये तक पहुंच गई। एमवीडीए ने प्लैट्स की बेताशा बताई कीमत पर कहा गया है कि जिन लोगों ने प्लैट्स के लिए सबसे ज्यादा बोली लगाई है, अगर वो प्लैट्स नहीं लेते हैं तो प्लैट्स के लिए जमा की गई रकम जब्त कर लेगी।
36 भूखंडों की हो रही है नीलामी
मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के विभिन्न आवासीय योजनाओं के तीन दर्जन प्लाट की ऑनलाइन प्रक्रिया गुरुवार से प्रारंभ हुई. पहले दिन 8 प्लाट का ई ऑक्शन हुआ। सभी प्लॉट के लिए 889 क्लोजर ग्राउंड में है। 8 प्लाट के बारे में आज के 8 प्लाट के बारे में कुछ दिन बाद स्पष्ट हो जाएगा। ई यूक्रेनी ऑर्केस्ट्रा प्रारंभिक पुन: करानी ऑर्केस्ट्रा।
आ रही है स्क्रैच की बू
ग्रोथ प्रॉपर्टी का कहना है कि 300 वर्ग गज के प्लाट के लिए 30 करोड़ रुपये की बोली लगाकर आप अपने आप को चौंका देंगे। इन प्लेलेट्स को न बेचें और ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया को विफल करने के लिए लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। कुछ लोगों ने अपनी गारंटी की परवाह न करते हुए बेहिसाब दरें निर्धारित कीं।
क्या होगा अगर नहीं लेंगे प्लाट
मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के विशेष कार्य अधिकारी प्रसून द्विवेदी ने बताया कि बोली लगाने वाले आवेदक अगर निर्धारित अवधि में तय कीमत नहीं देंगे तो उनकी जमानत धनराशि जब्त कर ली जाएगी. जरूरत पड़ने पर बोली लगाकर छोड़े गए प्लाटों की नीलामी दोबारा की जाएगी.