देश को उम्मीद थी कि भारतीय बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन पेरिस ओलंपिक में पदक जीतेंगे। उन्होंने भारत की ओर से पुरुष एकल के सेमीफाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया। ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय बन गए। लक्ष्य सेन को 4 अगस्त को सेमीफाइनल में डेनमार्क के एक्सेलसन विक्टर ने हराया था। इसके एक दिन बाद 5 अगस्त को कांस्य पदक के मुकाबले में उन्हें मलेशिया के ली जी जिया ने 13-21, 21-16 और 21-11 से हराया।
पेरिस ओलंपिक में बैडमिंटन टीम के साथ बतौर कोच जुड़े रहे दिग्गज प्रकाश पादुकोण ने लक्ष्य पर निशाना साधते हुए कहा कि हमें चौथा स्थान नहीं चाहिए था, हम पदक जीतना चाहते थे। सोमवार को लक्ष्य सेन की मलेशिया के ली जी जिया से हार के साथ ही बैडमिंटन में भारत की पदक जीतने की उम्मीदें खत्म हो गईं। यह मुकाबला हारने के बाद वे चौथे स्थान पर ही रहे। लक्ष्य की हार पर कोच प्रकाश पादुकोण ने नाराजगी जताई है। उन्होंने साफ कहा- “लक्ष्य सेन के ओलंपिक में चौथे स्थान पर आने से मैं और विमल बिल्कुल भी खुश नहीं हैं। वह निश्चित रूप से देश के लिए पदक जीत सकता था। कुछ लोग यह जरूर कहेंगे कि एक्सेलसन ने कहा कि लक्ष्य अगला सुपरस्टार खिलाड़ी बनने जा रहा है। ये बातें मायने नहीं रखतीं।”
🚨Coach and badminton legend Prakash Padukone has lashed out at the abysmal performance of the players after #LakshyaSen's loss in the bronze medal match.
➡️He said the players got the best possible infrastructure and it is high time the players took responsibility.
➡️He said… pic.twitter.com/p82zLmaXW4
— nnis Sports (@nnis_sports) August 5, 2024
“लक्ष्य के पास पदक जीतने का मौका था। देखिए, अगर वह ग्रुप मैच में ही जोनाथन क्रिस्टी से हार जाता, तो बात बन जाती। इतनी दूर आकर जीतने के बाद, जब आपके पास पदक जीतने का मौका था, तो आपने मैच में बढ़त हासिल की थी, लेकिन आप हार गए।”
भारत सरकार और सभी महासंघों की तारीफ करते हुए पादुकोण ने कहा, “अब वह समय चला गया जब हमें सरकार या महासंघ से मदद नहीं मिलती थी। सरकार ने खिलाड़ियों की हर मांग को पूरा किया है, इसलिए हम किसी भी तरह से कोई कमी नहीं निकाल सकते।”