स्वप्निल कुसाले ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया है। अब भारतीय रेलवे स्वप्निल को पदोन्नति देने जा रहा है। स्वप्निल को अब अधिकारी बनाकर ओएसडी का पद दिया जाएगा।
भारतीय निशानेबाज स्वप्निल कुसले ने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने ओलंपिक में 50 मीटर थ्री पोजिशन राइफल शूटिंग में पहली बार भारत के लिए कांस्य पदक जीता है। इसे लेकर भारतीय रेलवे में खुशी का माहौल है। दरअसल स्वप्निल कुसले मध्य रेलवे के पुणे डिवीजन में टीसी के पद पर कार्यरत हैं। लेकिन अब कांस्य पदक जीतने के बाद स्वप्निल को प्रमोशन मिल गया है और उन्हें अधिकारी का पद दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक अब स्वप्निल कुसले को अधिकारी बनाकर ओएसडी का पद दिया जाएगा।
रेलवे स्वप्निल को देगा प्रमोशन
आपको बता दें कि स्वप्निल कुसाले को रेलवे की ओर से पुरस्कार राशि भी दी जाएगी। उनके भारत पहुंचने पर भव्य स्वागत की तैयारियां की जा रही हैं। आपको बता दें कि क्वालिफिकेशन में वे सातवें स्थान पर थे। स्वप्निल ने 8 निशानेबाजों के फाइनल राउंड में 45.4 का स्कोर किया और तीसरा स्थान हासिल किया। एक समय स्वप्निल छठे स्थान पर चले गए थे। हालांकि, अंत में उन्होंने तीसरा स्थान हासिल किया। इन खेलों में भारत का यह तीसरा कांस्य पदक है। दरअसल, निशानेबाजी में इससे पहले दो बार कांस्य पदक आ चुका है। इससे पहले मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने कांस्य पदक जीता था।
निशानेबाजी में तीसरा पदक
भारत के ओलंपिक इतिहास में पहली बार निशानेबाजों ने एक ही खेलों में तीन पदक जीते हैं। पदक जीतने के बाद स्वप्निल कुसाले ने कहा, आज मेरा दिल बहुत तेजी से धड़क रहा है। मैंने अपनी सांसों पर काबू रखा और कुछ अलग करने की कोशिश नहीं की। इस स्तर पर सभी खिलाड़ी एक जैसे होते हैं। उन्होंने कहा कि मैं रेलवे के काम से नहीं जाता। मुझे भारतीय रेलवे ने 365 दिन की छुट्टी दी है ताकि मैं देश के लिए अच्छा खेल सकूं। मेरी निजी कोच दीपाली देशपांडे मेरी मां की तरह हैं, जिन्होंने मेरी बिना शर्त मदद की।