लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लाहौर में गुरुवार को मानसून के दौरान एक दिन में सबसे अधिक बारिश का 44 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया। इससे सड़कें, घर और सरकारी अस्पताल भी जलमग्न हो गए। भारी बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गई है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि अगले कुछ दिनों में और बारिश होने की संभावना है। अधिकारियों ने मंगला में झेलम नदी में बाढ़ आने की भी चेतावनी दी है।
रिकॉर्ड टूटा
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) के प्रवक्ता मजहर हुसैन के अनुसार, मानसून के दौरान एक दिन में सबसे अधिक बारिश का 44 साल पुराना रिकॉर्ड गुरुवार को टूट गया, जब लाहौर हवाईअड्डा क्षेत्र में अधिकतम 337 मिमी बारिश दर्ज की गई। पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) ने कहा, “अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाले मानसून के कारण 1 से 6 अगस्त तक देश के ऊपरी हिस्सों में रुक-रुक कर भारी बारिश होने की संभावना है।” अधिकारियों ने कहा, “बारिश के कारण सड़कें, घर और सरकारी अस्पताल भी जलमग्न हो गए, जिससे लाहौर में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। शहर में बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई।”
कई घंटों तक बंद रहा विमान परिचालन
भारी बारिश के कारण लाहौर में भी कई घंटों तक विमान परिचालन बंद रहा। पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने संबंधित अधिकारियों को बारिश के पानी से घिरे इलाकों से पानी निकालने के लिए चौबीस घंटे क्षेत्र में रहने का निर्देश दिया है। पीडीएमए ने कहा कि मानसून की बारिश के कारण नदियों, बांधों और झरनों में जलस्तर बढ़ रहा है। पीडीएमए ने कहा, “एक से 4 अगस्त तक मंगला में झेलम नदी में मध्यम से उच्च स्तर की बाढ़ देखी जा सकती है।” मानसून की बारिश से संबंधित घटनाओं में 29 जुलाई से खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में कुल 24 लोग मारे गए, जिससे जुलाई में मरने वालों की कुल संख्या देश भर में लगभग 100 हो गई है।