नई दिल्ली. आजकल एक जगह से दूसरी जगह पैसा भेजना बहुत आसान हो गया है. बैंक ग्राहकों को तुरंत और 24/7 फंड ट्रांसफर करने के लिए कई विकल्प प्रदान करते हैं. आप राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक निधि अंतरण (NEFT) , तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) और रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) के माध्यम से एक ही बैंक में या दूसरे बैंकों में फंड ट्रांसफर कर सकते हैं. आम आदमी को अभी भी यह पता नहीं है कि पैसे भेजने के लिए इनमें से कौन सा तरीका सबसे उपयुक्त, तेज और कुशल है?
आपको यह बात जरूर पता होनी चाहिए कि NEFT, IMPS और RTGS का इस्तेमाल फंड ट्रांसफर के लिए करने पर आपको एक समान ही शुल्क नहीं चुकाने होंगे. इन सभी के फंड ट्रांसफर करने के चार्जेज अलग-अलग है. हर एक की अपनी कुछ खासियतें हैं तो कुछ सीमाएं भी हैं. आज हम आपको इन सभी की खासियतों और खामियों के साथ ही चार्जेज की भी पूरी जानकारी देंगे.
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NEFT (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर)
NEFT RBI द्वारा संचालित एक केंद्रीकृत भुगतान प्रणाली है, जो कई लाभ प्रदान करती है. यह उपयोगकर्ताओं को पूरे भारत में चौबीसों घंटे पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा प्रदान करता है. यह 24/7, वर्ष के 365 दिन उपलब्ध है. लगभग वास्तविक समय में फंड ट्रांसफर करता है. एनईएफटी की सुविधा पूरे भारत के लिए उपलब्ध है. इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करके घर से भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है|
NEFT ट्रांसफ़र के लिए समय : एनईएफटी का इस्तेमाल कर फंड ट्रांसफर करने पर आम तौर पर दो घंटे के भीतर ट्रांजेक्शन पूरा हो जाता है. यानी रकम उस खाते में पहुंच जाती है, जिसमें आपने भेजने के लिए एनईएफटी का इस्तेमाल किया था. हालाँकि सटीक समय बैंकों के बीच अलग-अलग हो सकता है.
NEFT ट्रांसफ़र शुल्क : भारतीय रिजर्व बैंक ने एनईएफटी से पैसा भेजने की कोई लिमिट निर्धारित नहीं की है. लेकिन अलग-अलग बैंक अपनी सीमाएं लगा सकते हैं. 10,000 रुपये तक के ट्रांसफ़र के लिए शुल्क 2.5 रुपये के साथ GST चुकाना होता है. 2 लाख रुपये से ज़्यादा के ट्रांसफ़र के लिए 25 रुपये + GST का भुगतान करना होता है.
IMPS (तत्काल भुगतान सेवा)
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा संचालित IMPS, तत्काल निधि अंतरण को सक्षम बनाता है. यह सेवा 24 घंटे उपलब है. इसका इस्तेमाल मोबाइल, इंटरनेट, बैंक ब्रांच और ATM के माध्यम से किया जा सकता है. यह फंड ट्रांसफर करने का एक सुरक्षित और कम खर्चीला तरीका है.
IMPS से फंड ट्रांसफर करने पर प्रेषक के बैंक द्वारा स्वीकृति दिए जाने के बाद फंड तुरंत स्थानांतरित हो जाता है. आईएमपीएस शुल्क हर बैंक का अलग-अलग हो सकता है. आमतौर पर 2 लाख रुपये तक फंड ट्रांसफर करने पर 25 रुपये शुल्क लग सकता है.
आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट- RTGS)
RTGS फंड ट्रांसफर का रियल टाइम सेटलमेंट करता है. यह फंड ट्रांसफर की सुरक्षित और विश्वसनीय प्रणाली है. बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए इसे आदर्श माना जाता है. भारतीय रिजर्व बैंक ने आरटीजीएस से फंड ट्रांसफर की कोई सीमा निर्धारित नहीं की है.
RTGS 24/7 संचालित होता है, जिससे लाभार्थी के खाते में सीधे वास्तविक समय में ट्रांसफर सुनिश्चित होता है. 2 लाख रुपये से 5 लाख रुपये के बीच के लेनदेन के लिए 24.50 रुपये+ टैक्स लिया जाता है. 5 लाख रुपये से अधिक के लेनदेन के लिए 49.50 रुपये प्लस टैक्स वसूला जाता है.
कौन सा तरीका सही?
कुल मिलाकर कुशल और तेज़ फंड ट्रांसफर के लिए अपनी ज़रूरतों के हिसाब से आप NEFT, IMPS और RTGS में से किसी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. NEFT बिना किसी ऊपरी सीमा और न्यूनतम शुल्क के साथ लगभग वास्तविक समय के फंड हस्तांतरण के लिए आदर्श है. इसती तरह IMPS 2 लाख रुपये तक के तत्काल हस्तांतरण के लिए सबसे अच्छा है. RTGS तत्काल निपटान के साथ बड़े लेनदेन के लिए ठीक रहता है.