Monday, May 5, 2025
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इतिहास रचने के बेहद करीब हैं नीरज चोपड़ा, पेरिस ओलंपिक में कर सकते हैं ये कमाल

Neeraj Chopra: 2024 में होने वाले ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के उतरने की तारीख अब करीब आती जा रही है। चोपड़ा एक बार फिर भारत के लिए गोल्ड जीतने की कोशिश करेंगे। अगर वह ऐसा करते हैं तो कई नए रिकॉर्ड बना लेंगे।

Neeraj Chopra Paris Olympics 2024: ओलंपिक 2024 में भारत ने अब तक दो पदक जीते हैं। ये दोनों पदक कांस्य के रूप में निशानेबाजी में आए हैं। अब भारत के लोगों को कम से कम एक स्वर्ण की कामना है। वैसे तो कई खिलाड़ी हैं जो ऐसा करने की क्षमता रखते हैं, लेकिन इस बीच जिस खिलाड़ी से सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं, वो हैं स्टार नीरज चोपड़ा। पेरिस ओलंपिक के चार दिन पूरे हो चुके हैं, लेकिन अभी एथलेटिक्स प्रतियोगिताएं शुरू नहीं हुई हैं। अब बारी है एथलेटिक्स की। और जब एथलेटिक्स की बात आती है, तो इस समय भाला फेंक में नीरज चोपड़ा का नाम सबसे पहले लिया जाता है। नीरज चोपड़ा भारत के लिए एक और गोल्ड ला पाएंगे या नहीं, ये तो बाद की बात है, लेकिन इतना तय है कि अगर वो अपना प्रदर्शन दोहराने में कामयाब रहे, तो इतिहास रच देंगे। आइए आपको बताते हैं कि किस दिन मैदान में नजर आएंगे नीरज चोपड़ा और गोल्ड मिलने पर वो कौन सा रिकॉर्ड बनाएंगे।

अब पेरिस ओलंपिक में एथलेटिक्स की बारी है

अब पेरिस ओलंपिक 2024 में एथलेटिक्स की बारी है। गुरुवार से मुकाबले शुरू होंगे। इस बार एथलेटिक्स में भारत का एक बड़ा दल हिस्सा लेने जा रहा है। बाकी सभी खिलाड़ियों के साथ-साथ सबकी निगाहें भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा पर भी होंगी। नीरज चोपड़ा जेवलिन थ्रो में अपना खिताब बचाकर भारतीय खेलों के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने की कोशिश करेंगे। मामूली चोटों के कारण नीरज ओलंपिक से पहले कई टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाए थे। लेकिन अब वह पूरी तरह से फिट नजर आ रहे हैं। उन्हें पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।

नीरज चोपड़ा 8 अगस्त को इतिहास रच सकते हैं

नीरज चोपड़ा अगर 8 अगस्त को भारत के लिए फिर से गोल्ड मेडल जीतते हैं तो वह जेवलिन थ्रो में अपना खिताब बचाने वाले दुनिया के पांचवें खिलाड़ी बन जाएंगे। इतना ही नहीं वह लगातार दो गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बनने की कगार पर भी हैं। इससे पहले एरिक लेमिंग (स्वीडन; 1908 और 1912), जॉनी मायरा (फिनलैंड; 1920 और 1924), जान ज़ेलेज़नी (चेक गणराज्य; 1992, 1996 और 2000) और एंड्रियास थोरकिल्डसन (नॉर्वे; 2004 और 2008) ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपना ओलंपिक भाला फेंक खिताब बरकरार रखा।

नीरज ने साल 2024 में अब तक सिर्फ़ तीन टूर्नामेंट खेले हैं

नीरज चोपड़ा ने इस साल यानी 2024 में अब तक सिर्फ़ तीन टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है, लेकिन इसके बाद भी पूरी संभावना है कि वह भारत के लिए एक और गोल्ड जीतेंगे। इसकी वजह यह भी है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके कोई भी दूसरे प्रतियोगी इस सीजन में ऐसा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं, जिससे लगता है कि नीरज पीछे रह जाएंगे। नीरज ने मई में दोहा डायमंड लीग में हिस्सा लिया था जिसमें वह 88.36 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे, जो इस सीजन में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है। इसके बाद उन्होंने एहतियात के तौर पर ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक से नाम वापस ले लिया था क्योंकि उन्हें जांघ की मांसपेशियों में दर्द महसूस हो रहा था। नीरज का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 89.94 मीटर है।

टोक्यो ओलंपिक के बाद अब तक 15 टूर्नामेंट खेल चुके हैं नीरज

टोक्यो ओलंपिक 2020 के बाद नीरज चोपड़ा ने जिन 15 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया, उनमें से उन्होंने सिर्फ दो बार 85 मीटर से कम दूरी तक भाला फेंका। दोहा डायमंड लीग में चोपड़ा को हराने वाले चेक गणराज्य के जैकब वडलेजच और टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता जर्मनी के जूलियन वेबर और पूर्व विश्व चैंपियन एंडरसन पीटर्स एक बार फिर भारतीय सुपरस्टार के मुख्य प्रतिद्वंद्वी होंगे। इतना ही नहीं भारत के किशोर जेना भी अपनी चुनौती पेश करते नजर आएंगे। किशोर जेना ने एशियाई खेलों में 87.54 मीटर के थ्रो के साथ ओलंपिक कोटा हासिल किया था, लेकिन इसके बाद उन्हें 80 मीटर का आंकड़ा पार करने में संघर्ष करना पड़ा। पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा का क्वालीफिकेशन राउंड 6 अगस्त को होगा।

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