Friday, November 22, 2024
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ओलंपिक इतिहास में ऐसा सिर्फ एक बार हुआ, जब एक ही स्पर्धा में दो लोगों को स्वर्ण मिला

ओलंपिक के इतिहास में एक ऐसा भी समय आया है जब एक ही स्पर्धा में दो खिलाड़ियों को स्वर्ण पदक मिला। ये दोनों खिलाड़ी अलग-अलग देशों के थे। ये एक ऐतिहासिक क्षण था।

इस बार ओलंपिक 2024 का आयोजन फ्रांस की राजधानी पेरिस में किया जा रहा है। इस बार ओलंपिक में दस हजार से ज्यादा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं। वहीं कुल 204 देश ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए तैयार हैं। ओलंपिक 26 जुलाई से शुरू हो रहे हैं। ओलंपिक का इतिहास काफी पुराना है। इसकी शुरुआत 1896 में हुई थी। ओलंपिक खेलों के इतिहास में कई एथलीटों ने अपने देश का नाम रोशन किया है। हर एथलीट की नजर इस दौरान गोल्ड मेडल पर होती है। इस बीच क्या आप जानते हैं कि इतने सालों के इतिहास में ऐसा सिर्फ एक बार हुआ है जब एक इवेंट में दो खिलाड़ियों को गोल्ड मेडल दिया गया हो। आइए जानते हैं उस खास पल के बारे में जब ओलंपिक में इतिहास रचा गया।

एक इवेंट… दो गोल्ड

खेलों के महाकुंभ ओलंपिक में एक बार ऐसा हुआ है जब एक ही इवेंट के लिए दो खिलाड़ियों को गोल्ड मेडल दिए गए। यह घटना टोक्यो ओलंपिक 2020 की है। जहां हाई जंप इवेंट में कतर के एथलीट मुताज एसा बार्शिम और इटली के जियानमार्को टैम्बरी के बीच मुकाबला काफी कड़ा रहा। दोनों एथलीट राउंड दर राउंड के बाद भी एक-दूसरे से आगे नहीं निकल पाए। दोनों का स्कोर बराबर था।

क्या दोनों गोल्ड जीत सकते हैं?

दोनों खिलाड़ियों का स्कोर बार-बार एक जैसा होने के कारण एक अधिकारी ने उनसे कहा कि अगला स्टेप जंप-ऑफ है, ताकि देखा जा सके कि कौन दूसरे से ज्यादा देर तक टिक पाता है। लेकिन तभी इस खेल के विश्व चैंपियन बार्शिम ने अधिकारी से पूछा, क्या हम दोनों गोल्ड मेडल जीत सकते हैं? बार्शिम ने अधिकारी को इस सवाल का जवाब दिया, हां, यह संभव है। यह सुनते ही दोनों एथलीट खुशी से झूम उठे। इसके बाद पोडियम पर जीत के बाद दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और गले मिले। अधिकारी से बात करने से पहले दोनों ने गले मिलकर एक-दूसरे को टोक्यो ओलंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए बधाई दी।

किसी को रजत पदक नहीं मिला

चूंकि स्वर्ण पदक दो एथलीटों के बीच साझा किया गया था, इसलिए पुरुषों के हाई चैंप इवेंट में किसी को भी रजत पदक नहीं मिला। कांस्य पदक बेलारूस के मैक्सिम नेडासेकोउ को मिला, जिन्होंने 2.37 मीटर की छलांग लगाकर बार्शिम और ताम्बेरी की अंतिम छलांग की बराबरी की, लेकिन उनका कुल स्कोर कम रहा क्योंकि वे शुरुआती दौर में कुछ छलांग चूक गए थे। आपको बता दें कि हाई चैंप खिलाड़ियों को प्रत्येक ऊंचाई को पार करने के लिए तीन प्रयास मिलते हैं।

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