क्रिकेट फैंस के लिए यह आज भी रहस्य है कि आखिर भारतीय टीम वर्ल्ड कप में अपने नंबर-1 गेंदबाज पर भरोसा क्यों नहीं करती। कप्तान रोहित शर्मा हों या विराट कोहली, दोनों ने इस गेंदबाज को प्लेइंग इलेवन में तभी शामिल किया है, जब कोई खिलाड़ी चोटिल हुआ हो। वनडे वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज को हमेशा दरकिनार किया गया है। 18 मैचों में 13.52 की औसत से 55 विकेट। और सिर्फ क्रिकेट फैंस ही नहीं, मोहम्मद शमी भी इस सवाल का जवाब तलाश रहे हैं कि आखिर वर्ल्ड कप में पहले मैच से ही उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह क्यों नहीं मिली। 34 साल के मोहम्मद शमी 3 सितंबर को अपना 35वां जन्मदिन मना रहे हैं। फैंस अपने पसंदीदा क्रिकेटर को जहां जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं, वहीं इस बात का अफसोस भी जता रहे हैं कि उन्हें पर्याप्त मौके नहीं मिले। शमी के करियर की बात करें तो उन्होंने अपने पहले ही टेस्ट मैच में 9 विकेट चटकाए थे। क्रिकेट इतिहास में डेब्यू टेस्ट मैच में यह किसी भी भारतीय तेज गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। शमी से पहले और उनके बाद कोई भी पेसर अपने पहले टेस्ट मैच में 9 विकेट नहीं ले पाया है।
इसमें कोई शक नहीं है कि मोहम्मद शमी ने अपने पहले ही मैच में दिखा दिया कि वह किस दर्जे के गेंदबाज हैं। शमी ने एमएस धोनी की कप्तानी में डेब्यू किया था और यह महज संयोग नहीं है कि 2015 के वनडे वर्ल्ड कप में ही शमी पहले मैच से ही खेले। यह शमी पर धोनी का भरोसा था, जो बाद के कप्तानों में नहीं दिखता। यही वजह है कि 2019 वर्ल्ड कप में शमी को मौका मिलता है, जब भारत 4 मैच खेल चुका होता है। वर्ल्ड कप 2023 में कप्तान रोहित शर्मा को शमी की याद तभी आती है, जब हार्दिक पांड्या चोटिल हो जाते हैं।
मोहम्मद शमी एक इंटरव्यू में कहते हैं कि उनका काम विकेट लेना है। जब उन्हें मौका मिला, उन्होंने विकेट लिए। अगर कोई कप्तान उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं करता था, तो वह पलटकर नहीं पूछते थे कि ऐसा क्यों हुआ। जब भी वह टीम में वापस आए, उन्होंने विकेट लिए और वापस दिए। लेकिन यह शमी का अपना अंदाज हो सकता है। उनके चाहने वालों को जरूर बुरा लगता है।
चूंकि हम रिकॉर्ड की बात कर रहे हैं तो आपको बता दें कि मोहम्मद शमी ने 3 वनडे वर्ल्ड कप में कुल 18 मैच खेले हैं और उनमें 13.52 की औसत से 55 विकेट लिए हैं। शमी के बाद जहीर खान और जवागल श्रीनाथ ने वनडे वर्ल्ड कप में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं। जहीर ने 23 मैचों में 44 और श्रीनाथ ने 34 मैचों में 44 विकेट लिए हैं। इसके बाद जसप्रीत बुमराह का नंबर आता है। बुमराह ने 2 वनडे वर्ल्ड कप में 20 मैचों में 38 विकेट लिए हैं। अपनी खतरनाक यॉर्कर के लिए मशहूर जसप्रीत बुमराह को आज के दौर का सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज माना जाता है। लेकिन शमी के वर्ल्ड कप रिकॉर्ड के सामने बूम-बूम बुमराह भी पीछे छूट जाते हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मोहम्मद शमी किस दर्जे के गेंदबाज हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि शमी को टीम में शामिल करने में भारतीय कप्तान गलतियां करते रहे हैं। लेकिन इतिहास से परे क्रिकेट प्रशंसक उम्मीद कर रहे हैं कि शमी जल्द ही फिट होकर टीम में वापसी करें और उन्हें वो सारे मौके मिलें जिसके वो हकदार हैं। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं शमी।