जून के आखिरी हफ़्ते में दक्षिण महाराष्ट्र के तीर्थ नगर पंढरपुर में भीड़ में खो गया महाराज नाम का कुत्ता अकेले 250 किलोमीटर का सफ़र तय करके घर वापस लौटा।
कर्नाटक के बेलगाम जिले से एक अनोखी और भावुक घटना सामने आई है। यहां स्थानीय लोगों ने एक काले कुत्ते को माला पहनाकर पूरे इलाके में घुमाया और उसके सम्मान में भोज का आयोजन भी किया। ऐसा इसलिए क्योंकि कुत्ता खो गया था और अकेले 250 किलोमीटर का सफर तय करके घर वापस आ गया। लोग इस घटना को चमत्कार मान रहे हैं। आपको बता दें कि इस कुत्ते का नाम महाराज है।
भजन सुनना भी पसंद है
दरअसल, दक्षिण महाराष्ट्र के तीर्थ नगर पंढरपुर में जून के आखिरी सप्ताह में महाराज नाम का एक कुत्ता भीड़ में खो गया था। हालांकि, वह अकेले 250 किलोमीटर का सफर तय करके बेलगाम में अपने गांव लौट आया। कमलेश कुंभार जब पंढरपुर में वार्षिक वारी पदयात्रा पर गए थे, तो महाराज भी उनके साथ गए थे। आपको बता दें कि महाराज को भजन सुनना भी पसंद है।
कैसे लापता हुए महाराज?
कुत्ते के मालिक कुंभार ने बताया कि महाराज मेरे साथ महाबलेश्वर के पास ज्योतिबा मंदिर की 250 किलोमीटर की पदयात्रा पर गए थे। विठोबा मंदिर में दर्शन करने के बाद उन्होंने देखा कि कुत्ता गायब हो गया है। जब उन्होंने कुत्ते की तलाश शुरू की, तो वहां लोगों ने उन्हें बताया कि वह किसी अन्य समूह के साथ गया है। कुंभार ने कहा कि मैंने फिर भी उसे हर जगह खोजा, लेकिन वह मुझे नहीं मिला।
250 किलोमीटर दूर से वापस आया कुत्ता
महाराज के मालिक ने बताया कि वह 14 जुलाई को अपने घर वापस आ गया था। हालांकि, अगले ही दिन महाराज का कुत्ता घर के सामने खड़ा था और अपनी दुम हिला रहा था। उसने अच्छे से खाया-पिया और बिल्कुल ठीक दिख रहा था। महाराज के मालिक ने कहा कि यह चमत्कार ही था कि एक खोया हुआ कुत्ता 250 किलोमीटर दूर जाकर घर वापस आ गया। भगवान पांडुरंग ने उसका मार्गदर्शन किया।