अक्सर लोग इस बात पर बहस करते हैं कि अपना घर खरीदें या किराए पर रहें। ज़्यादातर लोग मानते हैं कि घर खरीदना ज़रूरी और समझदारी भरा फ़ैसला है। लेकिन, कुछ लोग ऐसे भी हैं जो करोड़ों कमाने के बाद भी घर खरीदना सही नहीं मानते। बेंगलुरु की युवा उद्यमी सुहासिनी संपत भी लगभग ऐसा ही सोचती हैं। पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट सुहासिनी संपत ने एक ख़ास पॉडकास्ट शो में बताया कि 500 करोड़ रुपए की मालकिन होने के बावजूद वे किराए के घर में रहना क्यों पसंद करती हैं। सुहासिनी संपत ने यह कहकर लोगों को चौंका दिया कि उनके पास दो प्रॉपर्टी हैं, लेकिन इसके बावजूद वे बेंगलुरु में किराए के घर में रहती हैं। इस युवा उद्यमी ने इसके लिए एक ख़ास वजह बताई।
बताया कैपिटल गेन टैक्स बचाने का तरीक़ा
दरअसल, जब सुहासिनी संपत से पूछा गया कि वे अपने रियल एस्टेट निवेश को कैसे मैनेज कर रही हैं, तो संपत ने जवाब दिया- “मैं चार्टर्ड अकाउंटेंट हूँ, इसलिए टैक्स के मामलों में समझदारी से काम लेती हूँ। अगर आपके पास दो घर हैं, तो आप कैपिटल गेन टैक्स में छूट का फ़ायदा उठा सकते हैं।”
हालांकि, जब सुहासिनी से पूछा गया कि क्या उन्होंने टैक्स बचाने के लिए दो घर खरीदे हैं, तो सुहासिनी संपत ने इस सवाल को टालते हुए कहा कि उनके पास दो प्रॉपर्टी हैं, लेकिन वह उनमें से किसी में नहीं रहती हैं, बल्कि किराए पर रह रही हैं।
कई बड़े नाम भी किराए के घरों में रहते हैं।
हालांकि, सिर्फ सुहासिनी संपत ही नहीं बल्कि कई और युवा उद्योगपति हैं जो घर खरीदने के बजाय किराए पर रहना पसंद करते हैं। इनमें जीरोधा के सह-संस्थापक नितिन कामथ भी शामिल हैं। उन्होंने सीएनबीसी टीवी18 के पॉडकास्ट में कहा, “मैं आज के वैल्यूएशन पर प्रॉपर्टी खरीदने के लिए तैयार नहीं हूं। क्योंकि, व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि घरों और दफ्तरों की कीमतों में बढ़ोतरी का कोई मतलब नहीं है।”