बिहार की राजधानी पटना को जल्द ही नए एयरपोर्ट की सौगात मिलने वाली है। केंद्र सरकार ने बिहटा में भारतीय वायुसेना के बेस के पास दूसरे एयरपोर्ट के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस एयरपोर्ट को 1,413 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। आपको बता दें कि बिहटा पटना एयरपोर्ट से 28 किलोमीटर दूर है। यहां पहले से ही वायुसेना स्टेशन है, जिसके एक हिस्से को अलग से विकसित कर सिविल टर्मिनल बनाया जाएगा। इसके बनने से पटना एयरपोर्ट पर विमानों का दबाव कम हो जाएगा। आइए जानते हैं बिहटा एयरपोर्ट से जुड़ी कुछ खास बातें। सालाना 1 करोड़ यात्रियों को मिलेगी सुविधा निर्माण प्रस्ताव के मुताबिक बिहटा एयरपोर्ट 66,000 वर्ग मीटर में फैला होगा। इसकी क्षमता सालाना 50 लाख यात्रियों को संभालने की होगी। इसके साथ ही यह एयरपोर्ट पीक ऑवर में 3000 यात्रियों को भी सुविधा दे सकेगा। यात्रियों की आवाजाही बढ़ने पर इसकी क्षमता 50 लाख यात्रियों तक बढ़ाई जा सकेगी। यानी इस एयरपोर्ट की क्षमता कुल करीब 1 करोड़ यात्रियों को हैंडल करने की होगी।
बताया जा रहा है कि एयरपोर्ट के निर्माण से कनेक्टिविटी बढ़ेगी और पटना एयरपोर्ट का लोड भी कम होगा। बिहटा से सटे पटना, आरा, बक्सर के अलावा छपरा, गोपालगंज, सीवान के लोगों को विमान से यात्रा करने की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा देश के दूसरे शहरों से बिहार की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। इससे रोजगार और व्यापार भी बढ़ेगा।
जगह की कमी से जूझ रहा है पटना एयरपोर्ट
बता दें कि जगह की कमी के कारण पटना एयरपोर्ट के विस्तार का काम रुका हुआ है। एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार करने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। नागरिक विमानन महानिदेशालय ने पहले भी कई बार एयरलाइंस को वहां बड़े विमान उड़ाने के खिलाफ चेतावनी दी है।
सुरक्षा कारणों से नियामक ने कई बार एयरलाइंस को निर्देश दिया है कि वे ए320/बी737 जैसे सिंगल आइल विमान को पटना में फुल रखें, लेकिन 15% सीटें खाली रखकर उड़ाएं। पटना के लिए दूसरे एयरपोर्ट की लंबे समय से मांग हो रही थी, जिसमें बिहटा को ही एकमात्र विकल्प माना जा रहा था।
एएआई ने 2016 में ही प्रस्ताव दिया था
एएआई ने 2016 में बिहटा में एक नागरिक हवाई अड्डा विकसित करने का प्रस्ताव दिया था। भारतीय वायु सेना ने अप्रैल 2016 में बिहटा से वाणिज्यिक उड़ान संचालन के लिए अपनी सहमति दी थी।
हवाई अड्डे की परियोजना में एयरबस ए-321/320 और बोइंग बी-737 प्रकार के विमानों के लिए उपयुक्त 10 पार्किंग बे के साथ-साथ दो लिंक टैक्सीवे को समायोजित करने में सक्षम एप्रन का निर्माण शामिल है।