ईरान में हमास प्रमुख इस्माइल हनिया की हत्या कर दी गई है। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने इसकी पुष्टि की है। इस बीच, हमास ने इस्माइल हनिया को शहीद घोषित कर दिया है।
बेरूत: ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद हमास नेता इस्माइल हनिया की हत्या कर दी गई। ईरान और आतंकी संगठन हमास ने बुधवार तड़के यह जानकारी दी। हमास ने अपने राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख की मौत के लिए इजरायल के हवाई हमले को जिम्मेदार ठहराया। वहीं, ईरान के अर्धसैनिक बल ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ ने कहा कि वह हनिया की हत्या की जांच कर रहा है। उसने यह नहीं बताया कि हत्या कैसे हुई और हनिया की हत्या किसने की। फिलहाल हत्या की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है, लेकिन इजरायल पर शक है। इजरायल ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
‘शहीद घोषित’
हमास ने कहा कि हनिया संगठन के अन्य पदाधिकारियों, हिजबुल्लाह और सहयोगी समूहों के अन्य पदाधिकारियों के साथ ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तेहरान में थे। उसने कहा कि हनिया की मौत तेहरान में उनके आवास पर यहूदी हवाई हमले में हुई। हमास ने एक बयान में कहा, “हमास भाई इस्माइल हनिया को फिलिस्तीन के महान लोगों और अरब और इस्लामी देशों के लोगों और दुनिया भर के सभी आज़ाद लोगों के लिए शहीद घोषित करता है।” वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने हनिया की हत्या की निंदा की और इसे “कायरतापूर्ण कृत्य और ख़तरनाक घटनाक्रम” कहा। हनिया ने 2019 में गाजा पट्टी छोड़ दी थी और क़तर में निर्वासन में रह रहे थे।
इजराइल में हुआ था आतंकी हमला
गाजा में हमास का शीर्ष नेता येह्या सिनवार है, जिसने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमले की साजिश रची थी। इस हमले में 1,200 लोग मारे गए थे और करीब 250 लोगों को बंधक बना लिया गया था। अप्रैल में गाजा में इजराइल के हवाई हमले में हानिया के तीन बेटे और चार पोते-पोती मारे गए थे। हानिया की हत्या ऐसे वक्त में हुई है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन का प्रशासन हमास और इजराइल को एक अस्थायी संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई संबंधी समझौते पर राजी करने का प्रयास कर रहा है।