बेटी के जन्म लेते ही अक्सर माता-पिता चिंतित हो जाते हैं। बेटियों के भविष्य की चिंता के साथ-साथ उनके माता-पिता को उनकी शादी, पढ़ाई और देखभाल की भी टेंशन रहती है। जिसके चलते अक्सर बेटी के जन्म लेने पर माता-पिता चिंतित नजर आते हैं।
अब केंद्र सरकार की इस योजना से बेटी के पिता की टेंशन आसानी से दूर हो जाएगी। दरअसल, इस योजना के लाभ से बेटी की शादी और पढ़ाई का खर्च आसानी से पूरा हो सकेगा। इसके लिए बेटी के पिता को थोड़े से पैसे जमा करके सुकन्या समृद्धि योजना के तहत पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवाना होगा। इसके बाद बेटी की पढ़ाई और शादी के समय आसानी से पैसे निकाले जा सकेंगे।
हमारे देश में बेटियां हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं। लेकिन कई परिवार आज भी बेटियों की पढ़ाई, पालन-पोषण और शादी को लेकर चिंतित रहते हैं। ऐसे में अभिभावकों की मदद के लिए केंद्र सरकार ने 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की है। जिससे अगर अभिभावक थोड़ी-थोड़ी बचत करें तो बेटी के 21 साल के होते ही उन्हें एक साथ बड़ी रकम मिल जाएगी, जिसका इस्तेमाल वे पढ़ाई या शादी में आसानी से कर सकते हैं।
डाक अधीक्षक ने दी जानकारी
पूर्णिया प्रमंडल के डाक अधीक्षक राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार की यह योजना हर बेटी के पिता की टेंशन दूर करेगी। हालांकि उन्होंने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना में बेटी की उम्र 0 साल से लेकर 10 साल तक खाता खुलवाया जा सकता है। इसमें धीरे-धीरे निवेश करने पर वित्तीय वर्ष में इस खाते में किए गए निवेश पर 8.2% ब्याज भी मिलता है। वहीं अगर निवेशक इस योजना में सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 1 साल में कम से कम ₹250 और अधिकतम 1.5 लाख रुपए तक निवेश करते हैं तो उन्हें टैक्स में छूट भी मिलती है।
एक बार में मिलेगी मोटी रकम
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत कोई भी निवेशक अपनी आर्थिक स्थिति के हिसाब से निवेश कर सकता है। इसमें एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम ढाई सौ रुपये और अधिकतम डेढ़ लाख रुपये आसानी से निवेश किया जा सकता है। वहीं, जब आपकी बेटी 18 साल की हो जाएगी तो 10वीं कक्षा के बाद भी खाते से वह रकम निकाली जा सकती है और उस पैसे से उच्च शिक्षा ली जा सकती है। वहीं, मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी टैक्स फ्री होती है। इस योजना के तहत 15 साल तक निवेश करना अनिवार्य होगा और इसकी मैच्योरिटी अवधि 21 साल तक है।