भारतीय हॉकी टीम के कप्तान पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार फॉर्म में थे। उन्होंने भारत की कांस्य पदक जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की झोली में चौथा पदक हॉकी टीम की ओर से आया। भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में अपना कांस्य पदक मैच स्पेन के खिलाफ खेला, जिसमें उसने 2-1 से जीत दर्ज की। इसके साथ ही भारतीय हॉकी टीम ने लगातार दूसरा ओलंपिक कांस्य पदक जीत लिया। भारतीय हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह के लिए यह ओलंपिक काफी यादगार रहा। उन्होंने पहली बार ओलंपिक में भारतीय टीम का नेतृत्व किया और पदक जीतने में भी सफल रहे। उन्होंने एक खिलाड़ी के तौर पर भी शानदार प्रदर्शन किया।
हरमनप्रीत सिंह का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन
भारतीय हॉकी कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेरिस ओलंपिक 2024 में कुल 10 गोल किए, जो अन्य खिलाड़ियों की तुलना में सबसे अधिक है। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में जर्मनी, ग्रेट ब्रिटेन, अर्जेंटीना और न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैचों में एक-एक गोल किया। वहीं, आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और स्पेन के खिलाफ उनकी हॉकी से दो-दो गोल आए। कांस्य पदक के मैच में भारत की ओर से दो गोल किए गए, दोनों गोल भी हरमनप्रीत सिंह ने ही किए।
भारत का कांस्य पदक तक का सफर
पेरिस ओलंपिक में भारत को कुल 2 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। भारत ने न्यूजीलैंड को 3-2 से हराकर अपने अभियान की शुरुआत की। इसके बाद अर्जेंटीना के खिलाफ मैच 1-1 से बराबरी पर छूटा। फिर तीसरे मैच में भारतीय टीम ने आयरलैंड को 2-0 से हराया। इसके बाद उसे बेल्जियम के खिलाफ 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। वहीं, भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया और ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया। लेकिन सेमीफाइनल में भारतीय टीम को जर्मनी ने 2-3 से हराया। इसके बाद भारत ने कांस्य पदक के मुकाबले में शानदार वापसी की और पदक जीता।
ऐतिहासिक जीत के बाद क्या बोले हरमनप्रीत?
कांस्य पदक जीतने के बाद हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि इस मुकाम पर इंतजार लंबा है। हॉकी खिलाड़ी के लिए यह आसान नहीं होता। हमें खुशी है कि हमने एक टीम के रूप में खेला और एक-दूसरे पर भरोसा किया। कोचों का भी शुक्रिया। हमारा सपना स्वर्ण पदक जीतना था और सभी को भरोसा था कि हम जीतेंगे। मैं माफी चाहता हूं क्योंकि हम थोड़े से अंतर से चूक गए, लेकिन यह पदक हमारे लिए सबकुछ है।