श्रीलंका दौरे के लिए टीम इंडिया की वनडे और टी20 टीम के चयन में कई चौंकाने वाले फैसले लिए गए. गौतम गंभीर के कोच बनने के बाद टीम इंडिया की दशा और दिशा दोनों ही बदली नजर आ रही है. टीम के चयन में भी गंभीर की छाप साफ नजर आ रही है क्योंकि एक-दो नहीं बल्कि कई ऐसे फैसले लिए गए हैं जिनका दूरगामी असर होना तय है.
टी20 का नया सूर्योदय!
टी20 की कमान सूर्यकुमार यादव को दी गई है. ऐसा नहीं है कि सूर्यकुमार यादव पहली बार टी20 की कप्तानी करेंगे बल्कि पहली बार उन्हें स्थायी कप्तान बनाया गया है. वैसे उम्मीद तो हार्दिक पांड्या को टी20 टीम का कप्तान बनाने की थी. टी20 वर्ल्ड कप 2024 से पहले वे टी20 के नियमित कप्तान की भूमिका निभा रहे थे. जब वे चोटिल होते थे तो सूर्यकुमार यादव को कप्तानी मिलती थी. लेकिन टी20 वर्ल्ड के लिए रोहित शर्मा को कप्तानी की जिम्मेदारी दी गई. हार्दिक इस टूर्नामेंट में रोहित के डिप्टी की भूमिका में थे और बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन कर फिर से कप्तानी के लिए अपनी दावेदारी पेश की। गौतम गंभीर के मुख्य कोच बनने के बाद समीकरण बदले और सूर्यकुमार यादव पर भरोसा जताया गया। इतना ही नहीं, शुभमन गिल को वनडे और टी20 दोनों टीमों का उपकप्तान बनाकर उन्होंने भविष्य के संकेत भी दे दिए।
रोहित को आराम नहीं
गौतम ने नई जिम्मेदारी संभालते ही खिलाड़ियों को संकेत दे दिया है कि वह अपने काम को लेकर काफी गंभीर हैं। इसकी झलक उन्होंने श्रीलंका दौरे पर कप्तान रोहित शर्मा को आराम न देकर दिखाई। रोहित ने श्रीलंका दौरे पर न जाने की इच्छा जताई थी लेकिन चयनकर्ताओं ने उनकी एक नहीं सुनी। माना जा रहा है कि ऐसा गंभीर के कहने पर किया गया है। गंभीर अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारी अभी से शुरू करना चाहते हैं, इसलिए वह पूरी टीम के साथ श्रीलंका दौरे पर जा रहे हैं। विराट कोहली भी वनडे सीरीज का हिस्सा हैं, आमतौर पर वह भी बड़े टूर्नामेंट के बाद ऐसी सीरीज से ब्रेक लेते हैं। गौतम गंभीर की भविष्य की योजनाओं में रोहित और विराट दोनों ही अहम भूमिका निभाने वाले हैं। कम से कम अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए तो इन दोनों से यही सबसे ज्यादा उम्मीद है।
रियान पराग ने अभिषेक, ऋतुराज पर दबदबा बनाया!
अभिषेक शर्मा ने हाल ही में जिम्बाब्वे सीरीज में तूफानी शतक लगाया था लेकिन उन्हें श्रीलंका दौरे पर किसी भी टीम में जगह नहीं मिली। वहीं, रियान पराग जिनका प्रदर्शन जिम्बाब्वे सीरीज में अच्छा नहीं रहा था, उन्हें न सिर्फ टी20 बल्कि वनडे टीम में भी शामिल किया गया। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़, जिन्होंने एक ठोस बल्लेबाज के रूप में अपनी पहचान बनाई है, भी दोनों प्रारूपों की टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे। रिंकू सिंह को भी टी20 में जगह मिली लेकिन वनडे टीम से बाहर रखा गया। यही हाल यशस्वी जायसवाल का भी है। टेस्ट और टी20 में लगातार जगह पाने वाले इस सलामी बल्लेबाज को वनडे टीम में शामिल नहीं किया गया है। जडेजा भी वनडे टीम से बाहर
टीम इंडिया के नंबर वन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने वर्ल्ड कप फाइनल के बाद रोहित और विराट के साथ टी20 फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की थी। लेकिन उन्हें श्रीलंका दौरे पर वनडे टीम में जगह नहीं दी गई। पिछले कुछ समय से उनकी बल्लेबाजी को लेकर सवाल उठ रहे थे। अब ऐसा लग रहा है कि टीम मैनेजमेंट उनके विकल्प की तलाश में अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर को ज्यादा से ज्यादा मौके देना चाहता है। वहीं, दूसरी ओर कुलदीप यादव ने अपने प्रदर्शन के दम पर टीम के नंबर स्पिनर के तौर पर अपनी जगह पक्की कर ली है। संकेतों की मानें तो रवींद्र जडेजा का सफेद गेंद से करियर अब ढलान पर है।
श्रेयस अय्यर की वापसी
वनडे वर्ल्ड कप में शानदार बल्लेबाजी के बाद श्रेयस अय्यर का करियर डगमगाने लगा था। अनुशासन के चलते उन्हें टीम इंडिया के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया गया था। लेकिन गौतम गंभीर के हेड कोच बनने के बाद श्रेयस की किस्मत पलटने लगी है। श्रेयस को श्रीलंका दौरे पर वनडे टीम में शामिल किया गया है। आपको याद दिला दें कि श्रेयस की कप्तानी में इस बार कोलकाता नाइट राइडर्स आईपीएल चैंपियन बनी थी और उस समय गंभीर केकेआर के मेंटर की भूमिका में थे। संभव है कि श्रेयस को जल्द ही फिर से सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में जगह मिल जाए।
हर्षित राणा को मौका
केकेआर के तेज गेंदबाज हर्षित राणा को वनडे टीम में शामिल किया गया है। केकेआर के मेंटर के तौर पर गंभीर ने हर्षित को काफी करीब से देखा है और उनकी गेंदबाजी से काफी प्रभावित हैं। ऐसे में हर्षित को वनडे टीम में शामिल करके गंभीर ने दिखा दिया है कि वह लक्ष्य हासिल करने के लिए बड़े दांव खेलने को तैयार हैं।