बांग्लादेश के मुद्दे पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में कहा कि बांग्लादेश में अभी भी अस्थिर स्थिति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि हम राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में हैं।
बांग्लादेश में फैली हिंसा और सरकार गिरने के बाद भारत लगातार बांग्लादेश के हालात पर नज़र रख रहा है. अब बांग्लादेश में सेना ने सत्ता संभाल ली है और अंतरिम सरकार के गठन की बात कही है. ऐसे में बांग्लादेश में हिंसा के बीच हज़ारों भारतीय नागरिक भी वहां फंसे हुए हैं. भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश में मौजूद भारतीय नागरिकों के बारे में जानकारी साझा की है.
बांग्लादेश में कितने भारतीय नागरिक
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के मुद्दे पर संसद में कहा कि बांग्लादेश में अभी भी अस्थिर स्थिति है. उन्होंने बताया कि एक अनुमान के मुताबिक बांग्लादेश में 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 9,000 छात्र शामिल हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय उच्चायोग की सलाह पर जुलाई में ज़्यादातर छात्र भारत लौट आए हैं. उन्होंने कहा कि हम राजनयिक मिशनों के ज़रिए बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क में हैं. कई जगहों पर सहायक उच्चायोग
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद को बताया है कि
ढाका में भारतीय उच्चायोग के अलावा चटगांव, राजशाही, खुलना और सिलहट में भी सहायक उच्चायोग हैं। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि बांग्लादेश सरकार इन राजनयिक मिशनों को आवश्यक सुरक्षा मुहैया कराएगी। जयशंकर ने कहा कि जब वहां स्थिति स्थिर होगी तो हम सामान्य कामकाज की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में ढाका में अधिकारियों से पूरा संपर्क बना हुआ है।
अल्पसंख्यकों को लेकर भी बयान
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा है कि भारत सरकार बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भी नजर रख रही है। खबर है कि विभिन्न संगठनों और समूहों ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं, जो स्वागत योग्य है। हालांकि, जब तक वहां कानून-व्यवस्था की स्थिति बहाल नहीं हो जाती, तब तक हम स्वाभाविक रूप से चिंतित रहेंगे। जयशंकर ने यह भी कहा कि सीमा पर सुरक्षा के लिए पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।