हेमा मालिनी ने अपने फिल्मी करियर में कई बेहतरीन फिल्मों में काम किया है, जिनमें से एक है 2003 में रिलीज हुई फैमिली ड्रामा ‘बागबान’। इस फिल्म को आज भी काफी पसंद किया जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि शुरुआत में हेमा इस फिल्म को करने के लिए तैयार नहीं थीं। फिर वह इसे करने के लिए कैसे राजी हुईं, इसका खुलासा उन्होंने खुद किया।
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री और बीजेपी सांसद हेमा मालिनी को फैंस के बीच ‘ड्रीम गर्ल’ के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने अपने करीब 6 दशक के करियर में हिंदी सिनेमा को कई बड़ी फिल्में दी हैं। शोले से लेकर रजिया सुल्तान, सत्ते पे सत्ता और अंधा कानून जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं हेमा मालिनी ने इस मुकाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की और इतिहास में अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा दिया। उन्होंने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं, जिनमें से एक अमिताभ बच्चन, सलमान खान और महिमा चौधरी स्टारर ‘बागबान’ है। हालांकि, ये बात और है कि हेमा खुद कभी ये फिल्म नहीं करना चाहती थीं। इस बात का खुलासा उन्होंने खुद किया था। फिर वो इस फिल्म को करने के लिए कैसे राजी हुईं? आइए आपको इसके पीछे की कहानी बताते हैं, जिसका खुलासा खुद ड्रीम गर्ल यानी हेमा मालिनी ने किया था।
बागबान करने के लिए तैयार नहीं थीं हेमा मालिनी
2003 में रिलीज हुई ‘बागबान’ हेमा मालिनी के करियर की बेहतरीन फिल्मों में गिनी जाती है। रवि चोपड़ा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में उन्होंने अमिताभ बच्चन की पत्नी का किरदार निभाया था, जो अपने बच्चों की वजह से अपने पति से अलग रहने को मजबूर है। लेकिन, हेमा मालिनी ने इस फिल्म को करने से मना कर दिया जब उन्हें पता चला कि इस फिल्म में उन्हें चार बड़े लड़कों और 2 बच्चों की दादी का किरदार निभाना है। शुरुआत में वह फिल्म में अपने किरदार से खुश नहीं थीं, लेकिन फिर उनकी मां ने उन्हें इस फिल्म को करने के लिए राजी कर लिया।
चार बेटों की मां का किरदार निभाने के लिए तैयार नहीं थीं हेमा मालिनी
भारती एस प्रधान को दिए इंटरव्यू में हेमा मालिनी ने इस बात का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वह अपनी मां के कहने पर इस फिल्म को करने के लिए राजी हुईं, वरना वह इस फिल्म को लगभग ठुकरा ही चुकी थीं। इस बारे में बात करते हुए हेमा मालिनी ने कहा- ‘बागबान के मुहूर्त से पहले बीआर चोपड़ा जी मुझसे मिले और कहा कि वह चाहते हैं कि मैं बागबान में यह किरदार निभाऊं। उन्होंने मुझे फिल्म की कहानी भी सुनाई और मुझे लगता है कि यह उन्हीं का आशीर्वाद था कि मैं इस फिल्म में अच्छा अभिनय कर पाई। आज तक लोग इस फिल्म के बारे में बात करते हैं।’
मां को पसंद आई कहानी: हेमा मालिनी
हेमा मालिनी ने आगे कहा- ‘मुझे याद है कि जब रवि चोपड़ा मुझे कहानी सुना रहे थे, तब मेरी मां भी मेरे साथ बैठी थीं। जब रवि चले गए, तो मैंने कहा- ‘वे मुझसे चार इतने बड़े लड़कों की मां का किरदार निभाने के लिए कह रहे हैं। मैं यह कैसे कर सकती हूं?’ तब मेरी मां ने कहा, नहीं-नहीं। तुम्हें यह रोल जरूर करना चाहिए। कहानी बहुत अच्छी है।’
बागबान की कहानी
बागबान की कहानी एक बुजुर्ग जोड़े के इर्द-गिर्द घूमती है, जिनकी शादी को 40 साल हो चुके हैं और दोनों एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं। अमिताभ बच्चन के किरदार के रिटायर होने के बाद दोनों इस बात पर बात करते हैं कि वे किसके साथ रहेंगे। ऐसे में उनके चारों बच्चे कहते हैं कि कोई भी उन दोनों का एक साथ ख्याल नहीं रख सकता। इसलिए उन्हें बारी-बारी से अपने दोनों बेटों के साथ अलग-अलग रहना होगा। 2003 में रिलीज हुई इस फैमिली ड्रामा ने दर्शकों को खूब रुलाया था।
बागबान की स्टार कास्ट
फिल्म में अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी मुख्य भूमिका में थे। इन दोनों दिग्गज सितारों के अलावा बागबान में समीर सोनी, अमन वर्मा, साहिल चड्ढा और नासिर खान ने उनके चारों बेटों का किरदार निभाया था। इनके अलावा फिल्म में दिव्या दत्ता, सुमन रंगनाथन, रिमी सेन, परेश रावल, लिलेट दुबे, अवतार गिल, गजेंद्र चौहान और मोहन जोशी जैसे कलाकार भी नजर आए थे। फिल्म में सलमान खान ने अमिताभ बच्चन के दत्तक पुत्र और महिमा चौधरी ने उनकी पत्नी का किरदार निभाया था। फिल्म में सलमान-महिमा का कैमियो था और दोनों के रोल को खूब पसंद किया गया था।