रोजमेरी एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका इस्तेमाल अनेक प्रकार की दवाएं बनाने के लिए किया जाता है. मार्केट में रोजमेरी की सूखी टहनियां, पत्ते, बीज आसानी से मिल जाते हैं.
बागपत. रोजमेरी एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका इस्तेमाल अनेक प्रकार की दवाएं बनाने के लिए किया जाता है. मार्केट में रोजमेरी की सूखी टहनियां, पत्ते, बीज आसानी से मिल जाते हैं. खेकड़ा में आयुर्वेदिक क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर सरफराज ने बताया कि रोजमेरी में कई प्रकार के औषधीय गुण पाये जाते हैं.
फ्लेवोनोइड्स, डाइटरपीन्स, पॉलीफेनोल्स व अन्य कई प्रकार के प्रभावी तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं. चिकित्सक ने बताया कि रोजमेरी बालों की जड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है. रोजमेरी से खास प्रकार की सुगंध प्राप्त होती है, जो मस्तिष्क क्रिया को उत्तेजित कर देती है और आपके सोचने, समझने व याद रखने की क्षमता में सुधार होने लगता है. रोजमेरी पौधे के सूखे हिस्सों का इस्तेमाल कई अलग-अलग तरीकों से किया जाता है, जिनकी मदद से शरीर में होने वाले कई प्रकार के दर्द में राहत मिलती है. रोजमेरी की खुशबू लेने से तनाव -चिंता विकार का स्तर कम हो जाता है. रोजमेरी की खुशबू कॉर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन स्तर को कम करता है
ऐसे करें इस्तेमाल
इसका उपयोग आप भाप के रूप में याँ फिर सूंघकर खुशबू लेकर भी कर सकते हैं. रोजमेरी का उपयोग करना चाहिए, चिकित्सक के बताए हुए तरीके से ही इसका इस्तेमाल उचित है. रोजमेरी का एक उचित मात्रा में ही उपयोग करना चाहिए. अधिक उपयोग से त्वचा में एलर्जी, सिरदर्द, पेट में दर्द की समस्या हो सकती है.