जैसा कि हम सभी जानते हैं कि बादाम में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन ई और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है। रोजाना बादाम खाना हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है, इसमें चिंता की कोई बात नहीं है। लेकिन एक सवाल जो बार-बार मन में उठता है कि बादाम खाने का कौन सा तरीका ज्यादा हेल्दी है, उन्हें पानी में भिगोकर खाना या बिना भिगोए? बादाम एक ड्राई फ्रूट है और ज्यादातर ड्राई फ्रूट्स की तासीर गर्म होती है। बादाम भी बहुत गर्म होता है। इसलिए इसकी तासीर को ठंडा करने और संतुलन लाने के लिए इसे भिगोकर खाने की सलाह भी दी जाती है। इसके अलावा सेहत से जुड़े कई और कारण भी हैं, जिसकी वजह से हेल्थ एक्सपर्ट बादाम को रातभर पानी में भिगोकर सुबह छिलका उतारने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं बादाम को भिगोकर खाने के क्या-क्या फायदे हैं।
1. बादाम के छिलके में मौजूद होता है टैनिन
सबसे पहले बादाम का भूरा छिलका, जो बादाम की तरह छिलके से चिपका रहता है, उसमें टैनिन नामक तत्व होता है। जो बादाम के पाचन में समस्या पैदा करता है। टैनिन के कारण शरीर को बादाम के सभी लाभ नहीं मिल पाते क्योंकि यह बादाम द्वारा एंजाइम्स के निकलने में बाधा डालता है। इसलिए बादाम खाने के बाद भी शरीर को इसके सभी लाभ नहीं मिल पाते।
2. भिगोने से बनावट चिकनी हो जाती है
बादाम को पानी में भिगोने से उन्हें छीलना आसान होता है और चिकनी बनावट वाले बादाम खाने से इसके सभी पोषक तत्व भी मिल जाते हैं। इसकी चिकनी बनावट के कारण इसे छोटे बच्चों को खाने के लिए दिया जा सकता है। बिना भिगोए बादाम बच्चों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
3. फैट कम करने में मदद करता है
छिलके वाले बादाम खाने से शरीर में जमा फैट कम करने में भी मदद मिलती है। क्योंकि छिलके वाले बादाम लाइपेज नामक एंजाइम छोड़ते हैं, जो शरीर में फैट को जमा होने से रोकता है।
4. वजन नियंत्रित करने में फायदेमंद
छिलके वाले बादाम वजन कम करने में भी बहुत फायदेमंद होते हैं। क्योंकि इससे निकलने वाले एंजाइम और कार्ब्स पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं। इस तरह आप अतिरिक्त कैलोरी खाने से बचते हैं और धीरे-धीरे वजन नियंत्रण से वजन घटाने की ओर बढ़ने लगते हैं।
Note: यहाँ आपको सामान्य जानकारी प्रदान की गई है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श करें।