मानसून में डायबिटीज के मरीजों को बीमारियों से बचने की जरूरत है। बरसात के मौसम में तापमान में बदलाव होता रहता है और हवा में नमी बढ़ जाती है। इसके अलावा पानी भी गंदा हो जाता है। इससे शुगर के मरीजों को कई तरह के संक्रमण हो सकते हैं। इस मौसम में ब्लड शुगर अनियंत्रित होने, पैरों में छाले, मूत्र मार्ग में संक्रमण और त्वचा संबंधी समस्याओं का खतरा ज्यादा रहता है। इस मौसम में थोड़ी सी लापरवाही बड़ी परेशानी का सबब बन सकती है। डॉक्टर से जानेंगे कि बरसात के मौसम में शुगर के मरीज इन समस्याओं से कैसे बच सकते हैं।
दिल्ली के अपोलो डायग्नोस्टिक्स के कंसल्टेंट पैथोलॉजिस्ट डॉ. तनिश मंडल ने न्यूज18 को बताया कि मानसून के दौरान शुगर के मरीजों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। बरसात के मौसम में नमी और पानी से फैलने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीजों का इम्यून सिस्टम पहले से ही कमजोर होता है और इन बीमारियों की वजह से इम्यूनिटी और भी कमजोर हो सकती है। इससे पाचन संबंधी समस्याएं, त्वचा में संक्रमण, पैरों में छाले, यूटीआई और डायबिटिक न्यूरोपैथी से पीड़ित होने का खतरा बढ़ जाता है। हर महीने 80 से 100 ऐसे मरीज इन समस्याओं के साथ अस्पताल आ रहे हैं।
डॉक्टर ने बताया कि बरसात के मौसम में डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर भी अनियंत्रित हो सकता है। इसे नियंत्रित करने के लिए डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का समय पर सेवन करें और खान-पान का ध्यान रखें। रोजाना ब्लड शुगर की निगरानी करें और हर तीन महीने में एचबीए1सी टेस्ट करवाएं। कई मरीज समय-समय पर जांच नहीं करवाते, जिससे उन्हें कई गंभीर संक्रमण होने का खतरा रहता है। नियमित जांच से ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने और पैरों के छालों से बचने में मदद मिल सकती है। साथ ही त्वचा के संक्रमण को दूर रखना भी आसान हो सकता है।
मधुमेह के मरीज खुद को कैसे बचा सकते हैं?
इस मौसम में डायबिटीज के मरीजों को पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए और शुगर लेवल पर नजर रखनी चाहिए। बरसात के मौसम में बार-बार हाथ धोने के साथ-साथ व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। इस मौसम में डायबिटीज के मरीजों को नंगे पैर चलने से बचना चाहिए और अपने पैरों को साफ और सूखा रखना चाहिए। इसके अलावा पैरों के छालों से बचने के लिए अच्छी गुणवत्ता वाले आरामदायक जूते पहनें। डायबिटीज के मरीजों में छोटा सा घाव भी ठीक न होने वाले संक्रमण का कारण बन सकता है। डायबिटीज के मरीजों को इस मौसम में साफ फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाना चाहिए।
डायबिटीज के मरीजों को रोजाना घर पर ही व्यायाम करना चाहिए और घर का बना ताजा खाना खाना चाहिए। स्ट्रीट फूड से परहेज करें। तैलीय, डिब्बाबंद और प्रोसेस्ड भोजन से बचें। डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयां समय पर लें। नियमित रूप से पौष्टिक आहार लें। अगर आपको नियमित रूप से अपने रक्त शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव दिखाई देता है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।