बरसात के मौसम में आप अपनी डाइट में जितनी हेल्दी और पौष्टिक चीजें शामिल करेंगे, आप उतने ही स्वस्थ रहेंगे। संक्रमण से भी बचे रहेंगे। वैसे तो हर मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन अगर आप मानसून में कुछ साग खाएंगे तो शरीर को कई फायदे होंगे। इन्हीं में से एक साग आता है, वो है चौलाई का साग। इसे अमरंथ के पत्ते भी कहते हैं। चौलाई खाने से न सिर्फ शरीर में खून बढ़ता है, आयरन की कमी दूर होती है, बल्कि वजन भी कम होता है। यह पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखता है। आइए जानते हैं चौलाई का साग खाने के क्या-क्या फायदे हैं।
चौलाई का साग खाने के फायदे (चौलाई साग के फायदे)
1. मनीकंट्रोल में छपी एक खबर के मुताबिक, विटामिन, मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण चौलाई का साग पूरे स्वास्थ्य को दुरुस्त रखता है। यह जरूरी पोषक तत्वों का खजाना है। इसमें विटामिन ए, सी, के, फोलेट आदि होते हैं, जो इम्यून सिस्टम को बूस्ट करते हैं। अमरंथ के साग में फाइबर की मात्रा काफी अधिक होती है। इससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। मल त्याग सही रहता है और कब्ज की समस्या नहीं होती।
2. यह साग रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है, कई तरह के संक्रमण से बचाता है, क्योंकि इसमें विटामिन सी भी पर्याप्त मात्रा में होता है। इसके सेवन से आंखें स्वस्थ रहती हैं। देखने की क्षमता में सुधार होता है। कई विटामिनों की मौजूदगी के कारण यह कोशिकाओं की वृद्धि और मरम्मत में मदद करता है।
3. ऐमरैन्थ या ऐमरैन्थ का साग खाने से दिल भी स्वस्थ रहता है। इन पत्तों में पोटैशियम की मात्रा अधिक होती है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करता है। यह हृदय संबंधी समस्याओं को भी ठीक रखता है। बीटा-कैरोटीन, विटामिन सी जैसे एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करके दिल को सुरक्षित रखते हैं।
4. अगर आपका वजन बढ़ रहा है, तो आपको ऐमरैन्थ का साग जरूर खाना चाहिए। इसे नियमित रूप से अपनी डाइट में शामिल करके आप बढ़ते वजन को नियंत्रित कर सकते हैं। इस साग में कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक नहीं होती। इसमें फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पेट को भरा हुआ महसूस कराता है। यह आपको कुछ भी अतिरिक्त खाने से रोकता है। फाइबर पाचन स्वास्थ्य को भी सपोर्ट करता है, जिससे आंत स्वस्थ रहती है और कब्ज की समस्या से छुटकारा मिलता है।
5. जिन लोगों के शरीर में खून की कमी है, उन्हें अमरंथ का साग जरूर खाना चाहिए। एनीमिया की वजह से थकान और कमजोरी होती है। अमरंथ में आयरन भरपूर मात्रा में होता है, इसलिए इसके सेवन से शरीर में रक्त संचार सही रहता है। यह हीमोग्लोबिन के उत्पादन में मदद करता है। यह शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए जरूरी है। नियमित रूप से अमरंथ खाने से एनीमिया दूर होता है और एनर्जी लेवल भी बढ़ता है।
6. अमरंथ का साग डायबिटीज के मरीजों के लिए भी बहुत हेल्दी होता है। इसमें कुछ ऐसे बायोएक्टिव कंपाउंड होते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखते हैं। इससे शरीर में ग्लूकोज लेवल को प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
7. हड्डियों को मजबूत रखने के लिए अमरंथ के पत्तों का सेवन भी किया जा सकता है। कैल्शियम से भरपूर ये पत्ते ऑस्टियोपोरोसिस को रोकते हैं। इसमें कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम होता है जो हड्डियों और मांसपेशियों के कामकाज के लिए बहुत जरूरी है।