एचसीएल टेक द्वारा 22 जुलाई को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, सी. विजयकुमार को मूल वेतन के रूप में 19.6 लाख डॉलर यानी 16.39 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
एचसीएल टेक के सीईओ विजयकुमार भारतीय आईटी कंपनियों में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले सीईओ बन गए हैं। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने अपने पैकेज में साल-दर-साल 190 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी की है। उनकी सालाना आय करीब 10.06 लाख डॉलर यानी 84.16 करोड़ रुपये हो गई है। विजयकुमार के बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख का नाम आता है। उनके सालाना पैकेज की बात करें तो उन्हें 66.25 करोड़ रुपये का पैकेज दिया जा रहा है।
एचसीएल टेक रिपोर्ट द्वारा घोषित वेतन
एचसीएल टेक द्वारा 22 जुलाई को जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार सी. विजयकुमार को मूल वेतन के रूप में 19.6 लाख डॉलर यानी 16.39 करोड़ रुपए दिए गए हैं। इसके साथ ही कंपनी ने उन्हें परफॉरमेंस लिंक्ड बोनस के रूप में 11.40 लाख डॉलर यानी 9.53 करोड़ रुपए दिए हैं। कंपनी ने उन्हें लॉन्ग टर्म इंसेंटिव के रूप में 2.36 लाख डॉलर यानी 1.97 करोड़ रुपए दिए हैं। बाकी रकम उन्हें स्टॉक यूनिट, भत्ते आदि के रूप में मिली है। रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि विजयकुमार का वेतन एक सामान्य एचसीएल टेक कर्मचारी के वेतन से 707.46 गुना अधिक है।
एचसीएल टेक की कमाई में जबरदस्त इजाफा हुआ है
एचसीएल टेक के सीईओ विजय कुमार ने हाल ही में शेयरधारकों को पत्र लिखकर कंपनी के प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का रेवेन्यू साल-दर-साल 5.4 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 13.3 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि एचसीएल का ईबीआईटी मार्जिन 18.2 फीसदी रहा है। कंपनी को आने वाले दिनों में जेनएआई, क्लाउड, डेटा और साइबर सिक्योरिटी जैसी चीजों में उम्मीद की किरण दिख रही है।
दूसरे स्थान पर इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख रहे, जिनका पारिश्रमिक 66.25 करोड़ रुपये रहा। तीसरे स्थान पर विप्रो के सीईओ श्रीनिवास पल्लिया रहे, जिन्हें पारिश्रमिक के रूप में लगभग 50 करोड़ रुपये मिले। टीसीएस के सीईओ के. कृतिवासन का अधिकतम मूल वेतन 1.9 करोड़ रुपये प्रति वर्ष रहा।
शेयरधारकों को लिखे पत्र में विजयकुमार ने कहा, “पिछले वित्त वर्ष में हमारा राजस्व साल-दर-साल 5.4 प्रतिशत बढ़कर 13.3 बिलियन डॉलर हो गया। हमारी राजस्व वृद्धि टियर-1 वैश्विक आईटी सेवा कंपनियों में सबसे अधिक है और इसी अवधि में हमारा ईबीआईटी मार्जिन 18.2 प्रतिशत था।”